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हर कोई करें अपनी जान की फिक्र, खुद भी बचो और दूसरों को भी बचाओ

शहर के कोरोना योध्दा चिकित्सकों ने किया आवाहन

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१४ – इस समय शहर सहित जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढने के साथ-साथ कई कोरोना संक्रमितों की जान भी जा रही है और प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमे द्वारा किये जा रहे तमाम प्रयासों के बावजूद भी हालात नियंत्रण में नहीं आ रहे. ऐसे में हालात को नियंत्रित करने तथा संक्रमण को रोकने से संबंधित उपायों को लेकर दैनिक अमरावती मंडल ने कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे कोरोना योध्दा चिकित्सकों से उनकी राय जानी. जिसमें उनका कहना रहा कि, इस समय हर कोई अपनी-अपनी जान और सेहत की फिक्र करे तथा इस जरिये खुद अपने को व अपने परिवार को सुरक्षित रखे.

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  • हम अपनी जिम्मेदारी निभा रहे, आप भी अपनी जिम्मेदारी निभाएं

जब से अमरावती में कोरोना का संक्रमण शुरू हुआ है, तब से जिला सामान्य अस्पताल व सुपर स्पेशालीटी अस्पताल के सभी डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ से जुडे लोग दिन-रात मेहनत करते हुए अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे है. इस समय यह बेहद जरूरी है कि, अब सभी आम लोग भी इस खतरे के प्रति जागरूक व सचेत होते हुए अपनी जिम्मेदारियों को निभाये. आम नागरिकों को कोरोना के संक्रमण से बचने हेतु केवल इतना ही करना है कि, वे बिना वजह भीडभाडवाले स्थानों पर ना जाये और जरूरी कामोें के लिए बाहर जाते समय मास्क व सैनिटाईजर का प्रयोग करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरी तरह से पालन करे. यदि हर कोई इस नियम का पूरी गंभीरता के साथ पालन करता है तो हम बडी आसानी के साथ इस बीमारी के खतरे को हरा सकते है.
– डॉ. रवि भूषण सुपर स्पेशालीटी अस्पताल

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  • अब स्वयंस्फूर्त लॉकडाउन भी जरूरी

सरकार द्वारा लॉकडाउन हटाये जाने के बाद उम्मीद थी कि, लोगों के व्यवहार एवं आदतों में कुछ बदलाव दिखाई देगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. और लोगबाग बडे बेफिक्र तरीके से व बेखौफ अंदाज में पहले की तरह सार्वजनिक स्थानों पर भीडभाड करने लगे. इसी का नतीजा है कि, बहुत सारे लोग अचानक ही इस संक्रमण की चपेट में आ गये. हकीकत में अब भी कुछ नहीं बिगडा है और लोगों को चाहिए कि, वे अब स्वअनुशासित होते हुए अपने स्तर पर स्वयंस्फूर्त लॉकडाउन का पालन करें. इसके तहत बिना वजह घर से बाहर न निकले और बाहर निकलना जरूरी रहने पर मास्क व सैनिटाईजर का प्रयोग करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग करे. ये तीन चीजे ही इस समय हर एक व्यक्ति को कोरोना के संक्रमण से बचा सकती है.
– डॉ. विजय बख्तार बख्तार हॉस्पिटल

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सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी

आज जो स्थिति है, उसके लिए लोगों की लापरवाही व बेफिक्री सबसे अधिक जिम्मेदार है. हम हर बात के लिए प्रशासन और सरकार को दोष नहीं दे सकते. सरकार लंबे समय तक लॉकडाउन लगाकर नहीं रख सकती. क्योकि लॉकडाउन इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं है. अगर लॉकडाउन लंबा चलता तो लोगबाग बीमारी की बजाय भूखमरी से मरते. अत: लॉकडाउन का हटना तो तय था, लेकिन अब अनलॉक की प्रक्रिया में हम में से हर एक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, तभी हम इस बीमारी को हरा सकते है. इस समय सबसे राहतवाली बात यह है कि, फिलहाल कोरोना के चलते होनेवाली मौतों की औसत दर काफी कम है.
– डॉ. सोहेल बारी बेस्ट हॉस्पिटल

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  • कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका

इस समय के हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि, कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका है. ऐसे में अब हर व्यक्ति की सुरक्षा खुद उसके ही हाथ में है. अत: सभी को चाहिए कि, वे भीडभाडवाली जगहों पर जाना टाले. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस समय अपनी ओर से भरपुर काम कर रहे है. इस वक्त अमरावती में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु करीब १ हजार आयसीयू बेड की व्यवस्था है, लेकिन यह व्यवस्था भी अब कम पडने लगी है. इस बात से स्थिति की गंभीरता का अनुमान लगाया जा सकता है. अत: सभी लोग अपने आप को सुरक्षित रखे व स्वस्थ रहे.
– डॉ. स्वप्नील दुधाट गेटलाईफ हॉस्पिटल

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  • अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सचेत रहे

इस समय कोरोना को लेकर हालात लगभग बेकाबू होते जा रहे है. अत: सभी को चाहिए कि, वे इसे बिल्कूल भी हलके में ना ले और अपने व अपने परिवार के स्वास्थ्य को लेकर बेहद सजग व सचेत रहे. इस समय कोरोना के संक्रमण से बचे रहने के लिए यहीं एकमात्र रास्ता है. कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भरती होकर इलाज कराने से बेहतर है कि, संक्रमित होने से ही बचा जाये. इसके लिए सावधानी और सतर्कता से बढकर अन्य कोई दूसरा इलाज नहीं.
– डॉ. अरूण हरवानी झेनिथ हॉस्पिटल

  • संक्रमण टालने के लिए भीडभाड टालना जरूरी

कोरोना संक्रमण के शुरूआती दौर में लोगबाग काफी गंभीर और अनुशासित हो गये थे तथा सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का कडाई के साथ पालन कर रहे थे. लेकिन इन दिनों बाजार एवं दूकानों में हर ओर जबर्दस्त भीडभाड का आलम है. जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा लगातार बढ रहा है. हमारा काम संक्रमित हो चुके मरीजों का इलाज करना है, लेकिन आम जनता की यह जिम्मेदारी है कि, सभी लोग अपने आप को इस संक्रमण से बचाये रखे.
– डॉ. पद्माकर सोमवंशी डीन, पीडीएमसी अस्पताल

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