दीपावली के तीन दिनों में जर्बदस्त पटाखा बिक्री की उम्मीद
पटाखा व्यवसायियों ने दी अपनी राय
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इको फ्रेंडली पटाखों को दी जा रही प्राथमिकता
अमरावती/दि.८- दीपावली के त्यौहार के दौरान पटाखों की आतिशबाजी ना हो ऐसा नहीं हो सकता. इस त्यौहार के दौरान पटाखों की अहमियत बढ़ जाती है. लेकिन इस बार कोरोना महामारी की वजह से पटाखा बिक्री पर भी कुछ हद तक असर पड़ सकता है. हालांकि पटाखा विक्रेताओं ने यह उम्मीद जतायी है कि दीपावली त्यौहार के तीन दिनों में जर्बदस्त पटाखों की बिक्री हो सकती है. वहीं पटाखा व्यवसायियों की मानें तो इस बार ज्यादा आवाज करनेवाले पटाखों की बजाए इको फ्रेंडली पटाखों की बिक्री होने की संभावनाएं है. शहर के कुछ पटाखा व्यापारियों ने इस संबंध में दैनिक अमरावती मंडल से अपनी राय साझा की.
मार्केट में फिलहाल रौनक नहीं
दीपावली त्यौहार के आगमन की उत्सुकता लोगों में देखने को मिल रही है. लेकिन फिलहाल पटाखा मार्केट में रौनक नजर नहीं आ रही है. लोग पटाखा खरीदने के लिए आ तो रहे है, लेकिन दुकानदार से पहले यह सवाल पूछा जा रहा है कि कहीं पटाखा फोडऩे पर पाबंदी तो नहीं है. इस सवाल का जवाब ग्राहक को देने के बाद वे पटाखे खरीदते है. रविवार को पटाखा व्यापार में थोड़ी बहुत गिरावट देखने को मिली है. लेकिन आनेवाले सप्ताह में पटाखा व्यापार वृद्धि होने की संभावना नजर आ सकती है.
-इलियास खान, पटाखा विक्रेता
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कलरफूल और आसमानी पटाखों का चलन
जिला प्रशासन की ओर से पटाखा दुकान सजाने की अनुमति मिल चुकी है. फिलहाल दुकान लगाने की तैयारियां चल रही है. पटाखों की बात की जाए तो बीते दो तीन वर्षों से ध्वनि और वायू प्रदूषण फैलानेवाले पटाखों की खरीददारी पर लोग ज्यादा तवज्जों नहीं दे रहे है. बल्कि कलरफूल और आसमान में उड़ाए जानेवाले पटाखों की खरीददारी पर जोर दे रहे है. इस वर्ष भी इन्हीं पटाखों की बिक्री होने की संभावना है. चायना पटाखों पर बैन होने से पटाखों दुकानों में यह पटाखे नजर नहीं आएंगे. वहीं पांच से दस फीसदी पटाखों के रेट में वृद्धि हुई है. सरकार के नियमावली के तहत पटाखों की बिक्री की जाएगी.
-पताशे महाराज
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५० फीसदी हो रही खरीदी
दीपावली त्यौहार के मद्देनजर इन दिनों पटाखा बिक्री में थोड़ा बहुत असर देखने को मिल रहा है. फिलहाल ५० फीसदी खरीददारी हो रही है. इस बार कोरोना महामारी ने लोगों का आर्थिक बजट बिगाडने का काम किया है. जहां लोग दीपावली त्यौहार के दौरान शतप्रतिशत पटाखा खरीदते थे. वहीं इस मर्तबा आधा प्रतिशत ही लोग पटाखे खरीद रहे है. फिर भी इस बार कोरोना काल में उम्मीद के मुताबिक यानि ६० से ७० फीसदी पटाखों की बिक्री हो सकती है.
-रुपेश साहू, पटाखा विक्रेता
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लोगों में दिख रहा उत्साह
दीपावली त्यौहार के मद्देनजर लोगों में पटाखा खरीददारी में उत्साह देखने को मिल रहा है. इस बार दीपावली लोग उत्साह के साथ मनाएंगे और घरों से बाहर भी निकलेंगे. दीपावली यह अंतिम क्षणों में आती है. इसीलिए दीपावली त्यौहार के आखरी तीन दिनों में पटाखों की बिक्री बढऩे की संभावना है. कोरोना महामारी के चलते जितने भी त्यौहार आए वह सभी त्यौहार लोगों ने घरों में रहकर मनाया. लेकिन इस बार लोगों की मानसिकता को देखते हुए दीपावली त्यौहार खुशियों भरा रह सकता है.
-चंद्रशेखर कुलकर्णी
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लोगों में पटाखा बिक्री को लेकर संभ्रम
दीपावली त्यौहार के दौरान देश के दिल्ली और राजस्थान सरकार ने पटाखों की बिक्री पर पाबंदी लगा दी है. लेकिन यहीं हालात महाराष्ट्र राज्य मेें तो पटाखा बिक्री पर पाबंदी तो नहीं है, इसे लेकर लोगों में संभ्रम की स्थिति निर्माण हुई थीं. लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री ने रविवार को नागरिकों को पटाखे संभालकर फोडने की अपील की है. जिसके चलते यह पक्का है कि पटाखों की बिक्री पर पाबंदी नहीं है. इसीलिए अब संभावना है कि दीपावली में पटाखों की बिक्री बढऩे की आशंकाएं है. दीपावली यह सबसे बढ़ा त्यौहार है. इस त्यौहार से लोगों में उत्साह बढ़ेगा. दीपावली के पटाखों की बिक्री पूराने दामों पर ही होगी. वहीं इस बार ज्यादा आवाज करनेवाले और प्रदूषण फैलानेवाले पटाखों के बजाए लोग इको फे्रंडली पटाखों को प्राथमिकता देने की संभावना है. इसीलिए इन पटाखों की बिक्री में वृद्धि हो सकती है. वहीं बीते दो तीन वर्षों से इन्हीं पटाखों को ज्यादा पसंद किया जा रहा है.
-राजेश सिंघई, पटाखा विक्रेता