कोविड काल में हुई अंत्येष्टि व शव वाहिका का खर्च अदा करे मनपा
हिंदू श्मशान संस्था ने निगमायुक्त रोडे को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.27 – स्थानीय हिंदू श्मशान संस्था की ओर से मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे को सौंपे गये निवेदन में कहा गया है कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान कोविड संक्रमण की वजह से मृत हुए जितने भी लोगों के पार्थिव का अंतिम संस्कार प्रशासन द्वारा हिंदू श्मशान संस्था के मुक्तिधाम में कराया गया है, उसकी ऐवज में मनपा प्रशासन द्वारा संस्था को अब तक अंत्येष्टि अनुदान प्रदान नहीं किया गया है. जबकि कोविड संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करने हेतु हिंदू श्मशान संस्था को अपने पास से अतिरिक्त खर्च करना पडा है. इस दौरान मृतकोें के परिजनों से प्राप्त अंत्येष्टि की रकम को काटकर संस्था को अपने पास से 16 लाख 49 हजार 300 रूपये का खर्च करना पडा, जिसका हिसाब-किताब संस्था द्वारा मनपा प्रशासन को काफी पहले दिया जा चुका है. किंतु अब तक प्रशासन की ओर से हिंदू श्मशान संस्था को अंत्येष्टि पर हुए अतिरिक्त खर्च की राशि नहीं दी गई.
इस निवेदन में हिंदू श्मशान संस्था के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल की ओर से कहा गया कि, विगत 10 जून 2021 को एक अखबार में प्रकाशित खबर में मनपा की ओर से जानकारी दी गई कि, प्रशासन की ओर से कोविड संक्रमण की वजह से मृत होनेवाले मरीजों का अंतिम संस्कार करने हेतु प्रति मृतदेह पांच हजार रूपये का खर्च तय किया गया है. जिसमें से 2700 रूपये दाह संस्कार पर तथा 2300 रूपये मृतकों के परिजनोें व स्वास्थ्य कर्मचारियों को दी जानेवाली पीपीई कीट पर खर्च किये जाते है. साथ ही अब तक 557 मरीजोें की अंत्येष्टि पर मनपा प्रशासन द्वारा करीब 32 लाख रूपये खर्च किये गये. किंतु हकीकत यह है कि हिंदू श्मशान संस्था को इसमें से मनपा प्रशासन द्वारा एक रूपया भी नहीं दिया गया, लेकिन इस खबर के चलते आम लोगों में यह संदेश गया कि, यह पैसा प्रशासन की ओर से हिंदू श्मशान संस्था को मिलता है. जिसके चलते बाद में यहां पर अपने मृत परिजन के पार्थिव अंतिम संस्कार हेतु लाये जानेवाले लोग संस्था को अंत्येष्टि का शुल्क अदा करने में टालमटोल करने लगे और कई बार उनका यहां के कर्मचारियों के साथ वाद-विवाद भी हुआ. अत: मनपा प्रशासन द्वारा उक्त खबर का खंडन करने के साथ-साथ अंत्येष्टि कार्य में हिंदू मोक्षधाम को अपने पास से जो अतिरिक्त खर्च करना पडा, वह राशि अदा की जाये.
इसके साथ ही इस ज्ञापन में यह भी कहा गया कि, कोविड संक्रमण काल के दौरान हिंदू श्मशान संस्था की एमएच 27/ बीएक्स 4046 क्रमांक की नई शववाहिका कोविड मृतकों के शवों को अंतिम संस्कार हेतु कोविड अस्पतालों से श्मशान तक लाने के काम के लिए प्रशासन को 25 मार्च 2020 से उपलब्ध करायी गई थी. जिसका केवल 25 मार्च 2020 से 30 सितंबर 2020 तक किराया प्रशासन द्वारा अदा किया गया है. वहीं 1 अक्तूबर 2020 से अब तक का किराया प्रशासन ने हिंदू मोक्षधाम संस्था को उपलब्ध नहीं कराया है. जबकि 1 अक्तूबर 2020 से 29 मई 2021 तक इस शववाहिका के प्रयोग हेतु हिंदू श्मशान संस्था को अमरावती मनपा प्रशासन से 2 लाख 41 हजार रूपये का अनुदान लेना बनता है. अत: मनपा प्रशासन द्वारा हिंदू श्मशान संस्था को जल्द से जल्द अंत्येष्टि पर हुए अतिरिक्त खर्च की राशि सहित शववाहिनी के किराये अथवा अनुदान की राशि अदा की जाये. साथ ही प्रशासन की ओर से अखबार में प्रकाशित करवायी गई खबर की वजह से आम जनमानस में जो गलतफहमी पैदा हुई है, उसे जल्द से जल्द दूर करने हेतु स्पष्टीकरण भी जारी किया जाये.
ज्ञापन सौंपते समय संस्थाध्यक्ष आर. बी. अटल, सहसचिव शरदकुमार दातेराव, सदस्य प्रकाश संगेकर व सदस्य किशोर मूंधडा आदि उपस्थित थे.