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शहर के अन्य श्मशान में भी बढाई जायेगी सुविधा

  •  हिंदू मोक्षधाम पर बढते बोझ को देखते हुए जिला प्रशासन का निर्णय

  •  जिलाधीश शैलेश नवाल ने दी जानकारी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.17 – इस समय सभी कोविड संक्रमितों का अंतिम संस्कार हिंदू मोक्षधाम में ही किया जा रहा है. साथ ही इस श्मशान भूमि में तमाम तरह की सुविधाएं रहने के चलते सामान्य स्थिति में मृत होनेवाले नागरिकों के पार्थिव भी यहीं पर अंतिम संस्कार हेतु लाये जाते है. ऐसे में यहां पर अंतिम संस्कार के लिए जगह और साधन कम पडने लगे है. इस बात के मद्देनजर अब शहर के किसी अन्य श्मशान भूमि में तमाम सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी, ताकि हिंदू मोक्षधाम पर काम के बोझ को कुछ कम किया जा सके. इस आशय की जानकारी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा दी गई है.
शनिवार को जिलाधीश कार्यालय में एक के बाद एक लगातार बैठकों का दौर जारी रहा. जिसके तहत जिलाधीश नवाल ने स्वास्थ्य सहित विभिन्न विभागों के साथ कोविड संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित करने के संदर्भ में आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये. इस बारे में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर उन्होंने दैनिक अमरावती मंडल को बताया कि, शहर सहित जिले में संचारबंदी के दौरान दिखाई देनेवाली भीडभाड को नियंत्रित करने के लिए तमाम कदम उठाये जा रहे है, क्योंकि संचारबंदी जारी करने के बावजूद सडकों व सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही बदस्तुर जारी है. जिसकी वजह से जिले में कोविड संक्रमितों का आंकडा दिनोंदिन बढ रहा है. साथ ही इन दिनों कोविड संक्रमण की वजह से होनेवाली मौतों का प्रमाण भी बढ गया है.
इस समय कोविड तथा सारी संक्रमण से मृत होनेवाले मरीजों के पार्थिव शरीरों को अंतिम संस्कार हेतु हिंदू मोक्षधाम में ही भिजवाया जाता है. जहां पर इन शवों का अंतिम संस्कार गैस शवदाहिनी में किया जाता है. वहीं शहर के अधिकांश इलाकों में लोगबाग अपने किसी परिजन की सामान्य व प्राकृतिक स्थिति में मौत होने पर उनके अंतिम संस्कार हेतु हिंदू मोक्षधाम ही पहुंचते है, क्योंकि यहां पर अंतिम संस्कार हेतु तमाम तरह की सुविधाएं है. लेकिन अब हिंदू मोक्षधाम में क्षमता से अधिक अंतिम संस्कार हो रहे है और कई बार मृतदेहों को अंतिम संस्कार हेतु कई घंटे कतार में रहकर प्रतीक्षा करनी पडती है. ऐसे में अब शहर के किसी अन्य श्मशान भूमि में तमाम आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जिला प्रशासन द्वारा विचार किया जा रहा है.

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