अमरावती में मानसून के आगमन से किसानों के चेहरे खिले
कल शाम की बारिश के बाद आज दोपहर में रिमझिम
* कृषि केंद्र की दुकानों पर किसानों की बढी भीड
अमरावती/दि.23- जून माह के पहले सप्ताह में मानसून का आगमन न होने से पिछले एक पखवाडे से जिले के किसान बुआई को लेकर काफी चिंतित थे. इस बार करीबन एक पखवाडा देरी से शहर समेत अमरावती जिले में रिमझिम बारिश हुई. गुरुवार को मानसून की दस्तक के बाद शुक्रवार 23 जून को भी दोपहर में रिमझिम बारिश होने से किसानों के चेहरों पर खुशी दिखाई दी. वहीं भीषण गर्मी से परेशान नागरिकों ने भी राहत की सांस ली हैं.
इस बार मई और जून माह में भीषण गर्मी से नागरिक परेशान हो गए थे. 7 जून से सभी को बारिश का इंतजार था. बेमौसम बारिश के बाद सभी को मानसून की बारिश का इंतजार था. लेकिन इस दौरान प्री-मानसून मामूली बारिश होने के बाद करीबन एक पखवाडे तक बारिश नहीं हुई. इस कारण भीषण गर्मी से हाहाकार मचा हुआ था. दोपहर के समय सडकों पर पारा 42 से 43 डिग्री सेल्सियस तक रहने और उमस अधिक रहने के कारण नागरिक दोपहर के समय अपने घरों में ही रहना पसंद कर रहे थे. गुरुवार की शाम पूरा दिन भीषण गर्मी के बाद अचानक मौसम में बदलाव आ गया. आसमान में घने बादल छा गए और शाम 7 बजे के दौरान झमाझम बारिश हुई. मानसून की दस्तक से नागरिकों समेत किसानों के चेहरे खिल उठे और सभी ने राहत की सांस ली. जिले के अधिकांश तहसीलों में मानसून की यह पहली बारिश हुई. पश्चात आज दोपहर से तेज हवाओं के साथ बदरीला मौसम हो गया और दोपहर डेढ बजे से अमरावती में झमाझम बारिश शुरु हो गई. बारिश होने से कृषि केंद्र की दुकानों पर किसानों की बुआई के लिए बीज और खाद खरीदी के लिए भीड दिखाई देने लगी है. इस बारिश के कारण अब नागरिकों को गर्मी से थोडी बहुत राहत मिलने की संभावना है.
* महावितरण की आंख मिचोली शुरु
एक पखवाडा देरी से ही सही लेकिन मानसून का आगमन होने से जिले के नागरिकों ने राहत की सांस ली है. वहीं किसानों के चेहरे खिल उठे है. लेकिन महावितरण कंपनी व्दारा मानसून के दस्तक देते ही आंख मिचोली का खेल शुरु हो गया है. तेज हवा अथवा बारिश होते ही महावितरण व्दारा शहर के विभिन्न इलाकों की बिजली आपूर्ति खंडित कर दी जाती है. अभी तक नागरिकों को गर्मी से राहत न मिलने के कारण महाविरतण के इस रवैये से उनमें तीव्र रोष देखा जा रहा है.