अकोला/दि.16- अकोला शहर के सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में कार्यरत वृषाली दादाराव स्वर्गे (35) नामक महिला सिपाही ने जूना शहर थाना क्षेत्र में आनेवाले गीतानगर स्थित एक अपार्टमेंट में अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना आज सुबह उजागर हुई. उसके शव के पास सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. घटनास्थल पर नागरिकों की भारी भीड जमा हो गई थी.
जानकारी के मुताबिक वृषाली दादाराव स्वर्गे के पति का निधन हो गया है. उसे कोई संतान नहीं थी. जीवन में अकेली ही रह गई और जिंदगी से त्रस्त हो गई हूं. इस कारण अपना जीवन समाप्त करने की बात उसने सुसाइड नोट में लिखकर खुदकुशी की है, ऐसी जानकारी कोतवाली के निरीक्षक नितिन लेवरकर ने दी है. वृषाली का कुछ दिन पूर्व तबादला हो गया था. पश्चात उसने जिला पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे से अनुरोध कर तबादला रद्द करने का अनुरोध किया था. पश्चात वृषाली को कोतवाली थाने में कायम रखा गया. पुलिस दल में ड्यूटी पर रहते सबकुछ बराबर चल रहा था. मंगलवार 15 अगस्त को ध्वजारोहण के समय वह अनुपस्थित थी. वृषाली जहां रहती थी वहां पडोसियों को फ्लैट से बदबू आने लगी. पडोसियों ने दरवाजा भी खटखटाया लेकिन भीतर से कोई प्रतिसाद नहीं मिल रहा था. पश्चात इस घटना की जानकारी जूना शहर पुलिस को दी गई. पुलिस ने बुधवार को सुबह घटनास्थल पहुंचकर वृषाली के घर का दरवाजा और भीतर प्रवेश किया. तब वृषाली फांसी पर लटकी दिखाई दी. पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर शव शासकीय अस्पताल में पोस्टमार्ट में भेज दिया है. इस प्रकरण में पुलिस ने आकस्मिक घटना दर्ज की है.
* वृषाली रहती थी तनाव में
वृषाली के पति दादाराव स्वर्गे पुलिस दल में कार्यरत थे. वर्ष 2014 में बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था. पश्चात उनके स्थान पर वृषाली को पुलिस सेवा में कार्यरत किया गया था. तब से वृषाली अकेली रहती थी. शादी के बाद उसे कोई भी संतान नहीं थी. पति के निधन के बाद वह हमेशा तनाव में रहती थी, ऐसी प्राथमिक जानकारी पुलिस ने दी है. वृषाली के पास एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. इसमें उसने कहा है कि पति के निधन के बाद जीवन में वह अकेली रही है. कोई संतान भी नहीं है, जीना तो किसके लिए? इस कारण वह खुद की इच्छा से अपना जीवन समाप्त कर रही है. उसकी मृत्यु के लिए किसी को भी कारणीभूत अथवा जिम्मेदार न माना जाए. वह खुद खुदकुशी कर रही है, ऐसा उसने सुसाइड नोट में लिखा है.