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महाराष्ट्र का ही कोई भूमिपुत्र होगा अमरावती का नया कुलगुरू

डॉ. दीपक धोटे, डॉ. कारभारी काले व डॉ. उमेश कदम के दावे हैं मजबूत

  •  डॉ. ठाकरे व डॉ. मालखेडे भी है कुलगुरू पद की रेस में

  •  पांच में से किसी एक के नाम को राज्यपाल दे सकते है मंजुरी

  •  परसों तक घोषित हो जायेगा नये कुलगुरू का नाम

अमरावती/प्रतिनिधि दि.6 – इस समय सभी की उत्कंठा और उत्सूकता इस बात को लेकर है कि, संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ का नया कुलगुरू कौन होगा. यह उत्सूकता इसलिए है क्योंकि चयन समिती द्वारा 20 पात्र उम्मीदवारों के साक्षात्कार लेने के बाद कुलगुरू हेतु योग्य पाये गये अंतिम पांच नामों की सूची को कुलपति व राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के पास भेज दिया गया है. जिनमें से किसी एक नाम की घोषणा कुलगुरू द्वारा आगामी 8 सितंबर को की जा सकती है. ऐसे में इस समय कुलगुरू पद की नियुक्ति की ओर समूचे संभाग की निगाहें लगी हुई है.
जानकारी के मुताबिक चयन समिती द्वारा जिन पांच नामोें को राज्यपाल के पास भेजा गया है, उनमें अमरावती के भुमिपूत्र डॉ. दीपक धोटे व डॉ. दिलीप मालखेडे, वाशिम के डॉ. नंदकिशोर ठाकरे, कोल्हापुर के डॉ. उमेश कदम तथा औरंगाबाद के डॉ. कारभारी काले का समावेश है. सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि, कुलगुरू पद की रेस में जो अंतिम पांच नाम तय हुए है, वे पांचों ही महाराष्ट्र के भुमिपूत्र है तथा तीन नाम विदर्भ क्षेत्र से वास्ता रखते है. साथ ही इसमें से डॉ. दीपक धोटे, डॉ. उमेश कदम व डॉ. कारभारी काले के दावे को कुलगुरू पद हेतु काफी सशक्त माना जा रहा है.
मिली जानकारी के मुताबिक मूलत: अमरावती से वास्ता रखनेवाले डॉ. दीपक धोटे इस समय अमरावती के ही बियाणी महाविद्यालय में बतौर प्राचार्य कार्यरत है. वहीं अमरावती जिले के बहिरम (करजगांव) से वास्ता रखनेवाले डॉ. दिलीप मालखेडे विगत तीन-चार वर्षों से डेप्यूटेशन पर दिल्ली में कार्यरत है. इसी तरह मूलत: कोल्हापुर से वास्ता रखनेवाले डॉ. उमेश कदम वर्ष 2013 तक पुणे विद्यापीठ में अध्यापन कर चुके है और इस समय डेप्युटेशन पर दिल्ली में नियुक्त है. वहीं कुलगुरू पद की रेस में औरंगाबाद निवासी डॉ. कारभारी काले तथा वाशिम के मानोरा निवासी डॉ. नंदकिशोर ठाकरे भी बने हुए है. इन पांचों उच्च विद्या विभूषित नामों में से किसी एक नाम को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी द्वारा संगाबा अमरावती विद्यापीठ के नये कुलगुरू के तौर पर घोषित किया जा सकता है. किंतु इतना तो तय है कि, पांचों में से किसी का भी नाम नियुक्त होने पर संगाबा अमरावती विद्यापीठ का कुलगुरू पद महाराष्ट्र के ही किसी भुमिपूत्र के पास रहेगा और इसमें फिलहाल विदर्भ के भुमिपूत्रों का पलडा कुछ हद तक भारी दिखाई दे रहा है.

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