* सरेंडर से पहले ही एनआईए ने धर लिया
* उमेश कोल्हे हत्याकांड में वांछित था शाहीम
* तीन माह से फरार चल रहा था शाहीम
* शाहीम पर दो लाख रूपयों का इनाम था घोषित
मुंबई/दि.21- विगत 21 जून को अमरावती में घटित मेडिकल व्यवसायी उमेश कोल्हे हत्याकांड में वांछित रहनेवाले शाहीम अहमद फिरोज अहमद नामक आरोपी को आज एनआईए द्वारा मुंबई स्थित एनआईए कोर्ट परिसर से उस समय अपनी हिरासत में लिया गया, जब शाहीम अहमद अपने वकील के साथ कोर्ट परिसर में न्यायाधीश के सामने आत्मसमर्पण करने हेतु पहुंचा था. किंतु सरेंडर की प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही एनआईए ने शाहीम को अपनी हिरासत में ले लिया.
बता दें कि, 21 जून को घटित उमेश कोल्हे हत्याकांड के मामले में अमरावती शहर पुलिस ने 29 जून तक सात मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था और उस समय से ही आठवें आरोपी के तौर पर शाहीम अहमद की तलाश की जा रही थी. किंतु वह लगातार पुलिस व एनआईए की नजरों से बचते हुए फरार चल रहा था. इसी दौरान उसने अपने वकील के जरिये अमरावती की कोर्ट में जमानत मिलने हेतु आवेदन किया था. जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था.
जिसके चलते एनआईए द्वारा पूरी सरगर्मी के साथ शाहीम अहमद की तलाश की जा रही थी. साथ ही उसे पकडने हेतु 2 लाख रूपयों का इनाम भी घोषित किया गया था. ऐसे में खुद पर शिकंजा कसता देख शाहीम अहमद ने अदालत के सामने सरेंडर करने की सोची. जिसके चलते आज शाहीम अहमद के वकील एड. राजा अली ने इस बारे में मुंबई स्थित एनआईए कोर्ट को सूचित किया. जहां पर शाहीम अहमद दोपहर 3 बजे न्यायाधीश के सामने सरेंडर करने हेतु पहुंचा. लेकिन सरेंडर की प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही एनआईए ने न्यायाधीश कक्ष के बाहर अदालत परिसर से शाहीम अहमद को अपनी हिरासत में लिया और अब एनआईए द्वारा शाहीम अहमद को अदालत में पेश करते हुए उसकी कस्टडी मांगी जायेगी.
* महज 22 साल का है शाहीम अहमद
विगत तीन माह से देश की राष्ट्रीय जांच एजेंसी को छकाते हुए फरार रहनेवाले शाहीम अहमद की आयु इस समय महज 22 वर्ष है और फिलहाल कुछ वर्ष पहले बनाया गया उसके आधार कार्ड के जरिये हासिल छायाचित्र ही उपलब्ध हो पाया है. जिसमें वह एक छोटा बच्चा दिखाई दे रहा है. इतनी कम आयुवाले शाहीम अहमद का उमेश कोल्हे हत्याकांड में सक्रिय सहभाग था और उसने इस वारदात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ऐसा एनआईए का कहना है. जिसके चलते उसकी विगत तीन माह से युध्दस्तर पर तलाश की जा रही थी.