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राणा दम्पत्ति के खिलाफ दर्ज कराउंगा एफआईआर

  •  विधायक राजकुमार पटेल ने दी चेतावनी

  •  होली के नाम पर आदिवासी संस्कृति का अपमान करने का लगाया आरोप

अमरावती/प्रतिनिधि दि.30 – आदिवासी संस्कृति में होली के पर्व को सबसे बडा त्यौहार माना जाता है और मेलघाट क्षेत्र में यह त्यौहार पांच से सात दिन तक मनाया जाता है. ऐसे में आदिवासियों के वोटों पर नजर रखते हुए राणा दम्पत्ति ने विगत कुछ वर्षों से मेलघाट आकर होली मनाने का सिलसिला शुरू किया है. लेकिन इस बार राणा दम्पत्ति द्वारा पवित्र मानी जाती होली पर चप्पल व जुते की माला चढाकर होली के त्यौहार सहित आदिवासियों की भावनाओं का अपमान किया गया है. जिसके लिए राणा दम्पत्ति के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करायी जायेगी. इस आशय का प्रतिपादन मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल द्वारा किया गया.
साथ ही राजकुमार पटेल ने यह भी कहा कि, जिन लोगों को आदिवासी संस्कृति की समझ नहीं है, उन्होंने बिल्कुल भी मेलघाट में नहीं आना चाहिए. आदिवासियों की अपनी कुछ परंपराएं होती है, जिनका आदिवासी समाज द्वारा बेहद कडाई के साथ पालन किया जाता है. ऐसे में यहां आनेवाले सभी लोगों ने आदिवासियों की परंपराओं और भावनाओं का पूरी तरह सम्मान करना चाहिए. विधायक पटेल के मुताबिक हरिसाल में आरएफओ दीपाली चव्हाण द्वारा आत्महत्या कर लिये जाने की घटना अपने आप में बेहद दुर्भाग्यशाली और दु:खद है. किंतु इस घटना का निषेध करने हेतु सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा ने हरिसाल पहुंचकर होली के पर्व का जिस तरह अपमान किया, उसका समर्थन नहीं किया जा सकता. बल्कि राणा दम्पत्ति का यह कृत्य निषेध योग्य है, क्योेंकि राणा दम्पत्ति ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए दीपाली चव्हाण की आत्महत्या का निषेध करने हेतु आदिवासियों के सबसे बडे पर्व होली का अपमान किया है. ऐसे में राणा दम्पत्ति को मेलघाट के सभी आदिवासियों से माफी मांगनी चाहिए. अन्यथा वे राणा दम्पत्ति के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायेंगे.

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