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पहली कोशिश आघाडी के तौर पर ही पालिका चुनाव लडने की

सामंजस्य नहीं बैठने पर राकांपा अपने दम पर उतरेगी चुनाव में

  • पार्टी प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील का पत्रवार्ता में कथन

  • एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे अमरावती

  • पार्टी के शहर व जिला पदाधिकारियों से की चर्चा

अमरावती प्रतिनिधि/दि.४ – इस समय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का समावेश रहनेवाली राज्य की महाविकास आघाडी सरकार द्वारा बेहद शानदार तरीके से काम किया जा रहा है. जिसका फायदा आगामी समय में निश्चित तौर पर आघाडी में शामिल घटक दलोें को मिल सकता है. इस बात के मद्देनजर हमारी ओर से पूरी कोशिश है कि, आगामी समय में होने जा रहे महानगरपालिका, नगरपालिका व नगर पंचायत के चुनाव राकांपा, कांग्रेसशिवसेना द्वारा महाविकास आघाडी के रूप में ही साथ मिलकर लडा जाये. लेकिन यदि किसी कारणवश तीनोें दलों के बीच इसे लेकर आपसी सहमति नहीं बनती है, तो राकांपा अपने दम पर स्थानीय स्वायत्त संस्थाओें के चुनाव लडने हेतु पूरी तरह से तैयार है. इस आशय का प्रतिपादन राज्य के सिंचाई मंत्री तथा राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने किया.
बता देें कि, स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनावों को देखते हुए पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में नई जान फूंकने हेतु अमरावती जिले के एक दिवसीय दौरे पर यहां पधारे राकांपा प्रदेशाध्यक्ष व सिंचाई मंत्री जयंत पाटील ने स्थानीय वर्‍हाडे मंगल कार्यालय में पार्टी पदाधिकारियोें की बैठक में हिस्सा लेने के बाद एक पत्रवार्ता को संबोधित किया. इस पत्रवार्ता में उपरोक्त विचार व्यक्त करने के साथ ही पार्टी प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि, राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के प्रति आस्था रखनेवाले लोगोें की अमरावती जिले में कोई कमी नहीं है और करीब 10-12 वर्ष पूर्व अमरावती जिला राष्ट्रवादी कांग्रेस का मजबूत गढ हुआ करता था, और अब भी अमरावती जिले में पार्टी के लिए काफी कुछ अवसर है. ऐसे में हमे अपना गतवैभव प्राप्त करने के लिए एकजूटता के साथ काम करना होगा. और राकांपा पदाधिकारियों को आपस में एकजूट रहने के साथ ही आघाडी के घटक दलों के साथ ही तालमेल व सामंजस्य बिठाना होगा, ताकि सरकार द्वारा किये जा रहे कामोें का जिले व तहसील सहित ग्रामीण स्तर तक सकारात्मक परिणाम हो. उन्होंने इस पत्रवार्ता में बार-बार यह दोहराया कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अगले सभी चुनाव कांग्रेस व शिवसेना के साथ महाविकास आघाडी के रूप में लडने हेतु तैयार है और हमारी ओर से पूरी कोशिश रहेगी कि, यह गठजोड राज्य में हमेशा बना रहे. लेकिन यदि किसी कारणवश ऐसा नहीं हो पाता है, तो उस सुरत में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अपने अकेले के दम पर चुनाव लडने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
इस समय राकांपा के जिलाध्यक्ष को लेकर उमड रहे असंतोष को लेकर पूछे गये सवाल पर राकांपा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने दोटूक जवाब देते हुए कहा कि, पार्टी के जिलाध्यक्ष को लेकर पार्टी स्तर पर कोई नाराजगी नहीं है तथा स्थानीय स्तर पर जिन लोगों को उनसे नाराजगी है, उन सभी से चर्चा व विचार-विमर्श करते हुए उनकी नाराजगी को दूर किया जायेगा.
साथ ही अपने अमरावती आगमन का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए उन्होंने बताया कि, राकांपा परिवार संवाद उपक्रम के जरिए राकांपा से जुडे हर तबके के कार्यकर्ताओं की समस्याओं को जानकर उनका निराकरण करने का प्रयास आरंभ किया गया है. गडचिरोली के अहेरी से इस उपक्रम की शुरूआत हुई है और यह उपक्रम पूरे राज्यभर में चलाया जा रहा है. राज्य के हर तबके में जाकर पार्टी से जुडे प्रत्येक कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके साथ ही महाविकास आघाडी में शामिल तीनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को मजबूत करना हमारा उद्देश्य है.
इस समय एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, महाविकास आघाडी सरकार में किसी भी तरह का कोई मनमुटाव नहीं है और मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के नेतृत्व में यह सरकार बेहतर काम कर रही है. उन्होंने अवैध शराब बिक्री को लेकर पूछे गये सवालोे का जवाब देते हुए कहा कि, जिन जिलो में शराब बंदी है वहां पर अवैध रूप से शराब बिक्री हो रही है. यह युति सरकार के दौर से चल रही है. इसलिए प्रतिपक्ष नेता देवेन्द्र फडणवीस द्वारा अवैध शराब बंदी को लेकर लगाये गये आरोपों में कोई तथ्य नहीं है. इसके अलावा सिंचाई को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होेंने कहा कि, अमरावती जिले का ेसिंचाई अनुशेष भरकर निकाला जायेगा और विदर्भ के विकास पर पूरी तरह से ध्यान दिया जायेगा. जिसके तहत वैनगंगा से नलगंगा तक पानी ले जाने और सिंचाई अनुशेष भरकर निकालने के लिए आवश्यक प्रयास किये जायेंगे.

  • पिछले दो लोकसभा चुनाव में हमसे गलती हुई

इस समय एक सवाल का जवाब देते हुए राकांपा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि, विगत दो लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी से अमरावती संसदीय क्षेत्र में गलती हुई है और इस बारे में पार्टी के मुंबई मुख्यालय में बैठकर गलत निर्णय लिया गया. लेकिन इसके लिए पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ-साथ कुछ स्थानीय पदाधिकारी भी जिम्मेदार थे. जिन्होंने उस वक्त पार्टी को गलत इनपुट दिये थे और उस निर्णय का समर्थन किया था, लेकिन उन्हीं गलत निर्णयों की वजह से अमरावती जिले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी बुरी तरह से बिखर गयी थी. लेकिन अब पार्टी को अपनी गलती का एहसास हो गया है और पार्टी ने अपने भीतर हुए बिखराव को समेटने के साथ ही अपने पुराने व निष्ठावान कार्यकर्ताओें की राजी-नाराजी दूर कर ली है. जिसकी वजह से पार्टी अब एकबार फिर अमरावती जिले में संगठनात्मक रूप से काफी मजबूत स्थिति में है.

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