महायुति के पांच और मविआ का एक प्रत्याशी जाएगा राज्यसभा
200 और 75 विधायकों का क्रमश: साथ
* अप्रैल में चुनाव, विजयी होने 42 वोट आवश्यक
मुंबई दि. 19– एक ओर देश में लोकसभा आम चुनाव की बयार बह रही है. अगले डेढ माह में चुनाव कार्यक्रम घोषित हो सकता है. इस बीच राज्यसभा के 6 सदस्य अप्रैल में कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. उनके स्थान पर नए सदस्यों को भेजने की गहमागहमी पार्टियों ने शुरु कर दी है. संख्या बल की दृष्टि से महायुति के पास 200 से अधिक और मविआ के पास 75 विधायकों का साथ हैं. जबकि प्रत्येक सदस्य को विजयी होने कम से कम 42 वोट आवश्यक है. जिससे जानकार बता रहे हैं कि महायुति के 5 एवं मविआ का एकमात्र प्रत्याशी विजयी होगा.
* यह हो रहे रिटायर
राज्यसभा से कार्यकाल पूर्ण करने वाले सदस्यों में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, वी. मुरलीधरन, शिवसेना के अनिल देसाई, राकांपा शरद पवार गुट की वंदना चव्हाण और कांग्रेस से पत्रकार कुमार केतकर का समावेश है. नारायण राणे को भाजपा पुन: राज्यसभा भेजने पर विचार कर सकती है.
* देवरा को शिंदे गट से अवसर
हाल ही में शिंदे शिवसेना में आए कांग्रेस नेता मिलिंद देवरा को राज्यसभा का अवसर मिल सकता है. शिंदे गुट का अभी उच्च सदन में कोई सदस्य नहीं है. इसलिए देवरा के नाम की चर्चा को बल मिल रहा है. पिछले डेढ वर्ष में प्रदेश में हुई राजनीतिक गतिविधियों के कारण राकांपा और उद्धव ठाकरे शिवसेना के सदस्यों की जगह खतरे में मानी जा रही है.
* कांग्रेस को लॉटरी
संख्या बल में कांग्रेस के पास 45 सदस्य होने से उसके किसी नेता को उच्च सदन में जाने का मौका मिल सकता है. हालांकि मविआ मिलाकर संख्या 75 हो जाती है. किंतु वोटों का गणित देखते हुए कह सकते हैं कि मविआ को राज्यसभा में दो सदस्य भेजना मुश्किल हो जाएगा.
* पार्थ पवार का नाम उछला
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के सुपुत्र पार्थ पवार को राज्यसभा भेजे जाने की अटकल चल रही है. हालांकि कुछ जानकार इसे सिरे से खारिज करते हैं. उनके अलावा भाजपा के महासचिव विनोद तावडे का नाम चल रहा है. पार्थ पवार के लिए शिवसेना शिंदे गट में मावल या शिरुर लोकसभा क्षेत्र छोडने से मना कर दिया. इसलिए पवार परिवार की तीसरी पीढी के लीडर को राज्यसभा भेजे जाने की संभावना देखी जा रही है.