पांच करोड रूपये चुनाव के लिए आरक्षित
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बजट पर हुई बहस में इस खर्च पर नहीं हुई चर्चा
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विपक्षी पार्षदों का इस रकम पर नहीं गया ध्यान
अमरावती/प्रतिनिधि दि.1 – विगत 22 मार्च को मनपा में वर्ष 2021-22 के बजट पर चर्चा करने हेतु तथा बजट को मंजूरी देने हेतु आमसभा बुलायी गयी थी. जिसमें 925.94 करोड रूपयों के बजट को पेश किया गया. इस बजट के तहत आर्थिक वर्ष 2021-22 में 582.70 करोड रूपयों की आय अपेक्षित करते हुए 612.51 करोड रूपयों का खर्च प्रस्तावित किया और 925.93 करोड रूपयों का बजट पेश करते हुए आगामी वर्ष के अंत में 313.42 करोड रूपये शेष रहने का अनुमान व्यक्त किया. इस बजट को लेकर मनपा के सदन में सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच अच्छीखासी गहमा-गहमी हुई. किंतु विपक्ष का ध्यान इस बात की ओर नहीं गया कि, 612.51 करोड रूपयों के खर्च में साढे 5 करोड रूपये के खर्च का प्रावधान मनपा के आगामी आम चुनाव हेतु किया गया है. इस मुद्दे को लेकर बजट सभा में एक बार भी कोई चर्चा नहीं की गई.
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले मनपा के आमचुनाव वर्ष 2017 के फरवरी माह में हुए थे और मौजूदा पार्षदों का कार्यकाल आगामी फरवरी-2022 में खत्म होने जा रहा है. ऐसे में दिसंबर माह के अंत अथवा जनवरी माह के प्रारंभ में मनपा के आमचुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी और संभवत: फरवरी 2022 में मनपा के आमचुनाव कराये जायेंगे. आम चुनाव में जहां एक ओर चुनाव लडनेवाले प्रत्याशियों द्वारा चुनाव लडने के लिए अच्छीखासी रकम खर्च की जाती है, वहीं दूसरी ओर मनपा प्रशासन को भी चुनावी तैयारियां करने के साथ-साथ मतदान व मतगणना जैसे कार्यों पर अच्छाखासी रकम खर्च करनी पडती है. इस बात के मद्देनजर प्रशासन द्वारा इस वर्ष के बजट में साढे पांच करोड रूपयों का प्रावधान किया गया है. किंतु आय के स्त्रोत एवं कई तरह के खर्च पर आपत्ति उठाकर बहस करनेवाले किसी भी पार्षद द्वारा आम चुनाव हेतु किये गये साढे पांच करोड रूपये के प्रावधान को लेकर आमसभा में एक शब्द भी नहीं कहा गया. इसका एक मतलब यह भी निकाला जा सकता है कि, या तो किसी भी पार्षद इस खर्च की ओर ध्यान ही नहीं गया अथवा सभी पार्षदों ने इस खर्च हेतू किये गये प्रावधान को अपनी मूक सम्मति दे दी है.