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विभागीय बैठक के साथ ही जिलानिहाय स्तर पर संगठनात्मक कामों की समीक्षा की
अमरावती/प्रतिनिधि/दि.5 – इस समय राज्य की महाविकास आघाडी सरकार की स्थिति काफी हद तक डामाडौल है और आघाडी में शामिल घटक दलों में जारी अंर्तविरोध व अंर्तकलह के चलते यह सरकार कभी भी गिर सकती है. जिसकी वजह से राज्य में मध्यावधि चुनाव हो सकते है. ऐसे में हम सभी ने मध्यावधि चुनाव होना तय मानते हुए अभी से पार्टी को संगठनात्मक रूप से मजबूत करने के काम में जुट जाना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने संभाग के भाजपा पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए किया.
स्थानीय बडनेरा रोड स्थित व्यंकटेश लॉन में गुरूवार 5 नवंबर को भाजपा की अमरावती संभाग स्तरीय पदाधिकारियों की बैठक आयोजीत की गई थी. जिसमें हिस्सा लेने हेतु पार्टी प्रदेशाध्यक्ष गुरूवार की सुबह अमरावती पहुंचे और यहां पर सबसे पहले अमरावती संभाग से वास्ता रखनेवाले पार्टी की विभिन्न ईकाईयों की प्रदेश कार्यकारिणीयों के सदस्यों सहित जिला व शहर स्तरीय प्रमुख पदाधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक को संबोधित किया. जिसके बाद सभी जिला पदाधिकारियों की जिलानिहाय अलग-अलग बैठक ली गयी.
इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए जहां एक ओर संभाग के करीब 30 प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित हुए थे, वहीं पांचों जिलों से 25-25 लोगों की कोअर कमेटी को इस बैठक में हिस्सा लेने हेतु आमंत्रित किया या था. विभाग स्तरीय बैठक सहित जिलानिहाय बैठक में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल सहित पार्टी के विदर्भ क्षेत्र महामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले तथा संगठन मंत्री उपेंद्र कोठीकर ने पार्टी की शहर व जिला कार्यकारिणीयों सहित विभिन्न मोर्चों व सेल की कार्यकारिणीयों के गठन को लेकर जानकारी लेने के साथ ही मंडल एवं बूथ स्तर पर किये जा रहे कामकाज के संदर्भ में चर्चा करते हुए उपस्थितों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये.
इस बैठक में मंच पर पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, राज्य के पूर्व उर्जा मंत्री व पार्टी के विदर्भ क्षेत्र महामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, संगठनमंत्री उपेंद्र कोठीकर , पूर्व राज्यमंत्री व विधायक प्रवीण पोटे पाटिल व डॉ. रणजीत पाटिल, वर्धा जिले के सांसद रामदास तडस, विधायक संजय कुटे, महापौर चेतन गावंडे आदि उपस्थित थे. वहीं इस बैठक में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी में रहनेवाले पूर्व विधायक डॉ. सुनील देशमुख, उपमहापौर कुसुम साहू, पार्षद सुरेखा लुंगारे, वनमाला सोनोने सहित भाजपा जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी, शहराध्यक्ष किरण पातुरकर तथा महासचिव गजानन देशमुख, दीपक कराले, रवि खांडेकर के साथ ही चुनिंदा आमंत्रित पदाधिकारी उपस्थित थे.
शिक्षक विधायक चुनाव को लेकर भी हुई चर्चा
सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में अमरावती संभाग के शिक्षक विधायक निर्वाचन क्षेत्र को लेकर भी पार्टी स्तर पर चर्चा की गई. साथ ही पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल द्वारा कहा गया कि, पार्टी की ओर से गुरूवार की शाम तक इस चुनाव में पार्टी समर्थित प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी जायेगी. बता दें कि, भाजपा की ओर से इस चुनाव के लिए विदर्भ यूथ वेलफेअर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. नितीन धांडे को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है. वहीं पी. आर. पोटे पाटिल ग्रुप ऑफ एज्युकेशन के उपाध्यक्ष प्रा. दिलीप निंभोरकर भी भाजपा के टिकट की रेस में बताये जा रहे है. इसके अलावा राज्य के पूर्व कृषि मंत्री व भाजपा किसान आघाडी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे की बहन तथा शिक्षण संघर्ष समिती की अध्यक्ष संगीता शिंदे भी इस टिकट के लिए काफी हद तक प्रतिस्पर्धा में बतायी जा रही है, ऐसी चर्चा बैठकवाले स्थान पर चल रही थी.