नियमों का पालन करें, अन्यथा और अधिक सख्ती होगी
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जिलाधीश नवाल ने जारी की चेतावनी
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नियमों का उल्लंघन अब बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा
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मौतों के रूप में भुगतना पड रहा है लापरवाहियों का खामियाजा
अमरावती/प्रतिनिधि दि.16 – विगत फरवरी व मार्च माह के दौरान लगाये गये लॉकडाउन की वजह से मार्च माह के अंत में अमरावती जिले में कोविड संक्रमण की स्थिति पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया था. किंतु अप्रैल माह के आते-आते एक बार फिर संक्रमितों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो गया है. जिसका सीधा मतलब है कि आम नागरिकोें द्वारा पूरी कडाई के साथ कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन नहीं किया जा रहा. यहीं वजह है कि, राज्य सरकार द्वारा आगामी 30 अप्रैल तक समूचे राज्य में संचारबंदी लागू की गई है. इस संचारबंदी का सभी लोगों द्वारा बेहद कडाईपूर्वक पालन किया जाना चाहिए. यदि ऐसा नहीं होता है, तो प्रतिबंधात्मक नियमों को और भी अधिक कडा किया जा सकता है. इस आशय की चेतावनी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा दी गई है.
दैनिक अमरावती मंडल के साथ संचारबंदी से संबंधित विषयों पर खास तौर से बातचीत करते हुए जिलाधीश नवाल ने कहा कि, संचारबंदी में राज्य सरकार द्वारा जीवनावश्यक व अत्यावश्यक वस्तुओं की दूकानों व सेवाओं को शुरू रहने की छूट दी है. जिसके तहत लोगों को भी जीवनावश्यक वस्तुएं खरीदने और सेवा प्राप्त करने हेतु बाहर आने-जाने की सहूलियत है. किंतु पाया जा रहा है कि, कुछ लोग इस छूट का गलत इस्तेमाल करते हुए शहर में बेवजह इधर-उधर घुमते है. ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाये जा रहे है. साथ ही जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों के अलावा यदि कोई भी दुकान खुली पायी जाती है, या किसी दुकान में चोरी-छिपे ढंग से कामकाज किया जाता है, तो संबंधितों के खिलाफ कडी कानूनी व दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.
इसके साथ ही जिलाधीश नवाल ने यह भी कहा कि, इस समय अमरावती जिले में मानवियता के आधार पर बाहरी जिलों के कोविड संक्रमितों को इलाज हेतु भरती कराया जा रहा है. किंतु अमरावती जिले के मरीजों हेतु भी तमाम आवश्यक प्रबंध तैयार रखे गये है और रेमडेसिविर जैसी महत्वपूर्ण दवाई की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है. साथ ही टीकाकरण अभियान के लिए प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का स्टॉक उपलब्ध कराने को लेकर भी तमाम आवश्यक प्रयास किये जा रहे है.
जिलाधीश नवाल ने कहा कि, यह संचारबंदी सभी लोगों की जिंदगी को बचाने के लिहाज से लगायी गई है. इस बात को सभी लोगों ने बेहद गंभीरता से समझना चाहिए. अब तक तमाम निर्देशों के बावजूद लोगों ने कई तरह की लापरवाहीयां बरती और नियमों का उल्लंघन किया. जिसका खामियाजा कोविड संक्रमण की वजह से हुई करीब 750 मौतों के रूप में हमारे सामने है. साथ ही संक्रमितों का आंकडा भी अब 55 हजार के आसपास पहुंच रहा है. इसे रोकने हेतु सभी को नियमों का पालन करना ही होगा. अन्यथा सरकार और प्रशासन को मजबूरन और अधिक कडे कदम उठाते हुए ज्यादा सख्ती बरतनी पडेगी.