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पुरानी बातों को भूल नई उमंग के साथ नई शुरूआत

 कांग्रेस प्रवेश के बाद हुए सत्कार पर बोले डॉ. सुनील देशमुख

  •  सभी से साथ मिल-जुलकर काम करने का किया आवाहन

  • 150 से अधिक देशमुख समर्थकों ने भी किया कांग्रेस में प्रवेश

अमरावती/प्रतिनिधि दि.1 – विगत बारह वर्षों के दौरान क्या हुआ, उन तमाम बातों को भूलाकर हम सभी को एक बार फिर नई उमंग के साथ एक नई शुरूआत करनी होगी तथा अमरावती शहर सहित जिले में कांग्रेस पार्टी को अपना गत वैभव दिलाना होगा. जिसके लिए सभी को गुटबाजी की राजनीति को परे रखते हुए सच्चे कांग्रेसी कार्यकर्ता के तौर पर एकसाथ मिलकर काम करना होगा. तभी हम मनपा सहित जिले की सभी स्वायत्त संस्थाओें पर कांग्रेस की सत्ता स्थापित कर सकते है. इस आशय का प्रतिपादन पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख द्वारा किया गया.
स्थानीय राजकमल चौक के पास स्थित चौबल वाडा में शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा 12 वर्ष के अंतराल पश्चात कांग्रेस पार्टी में वापिस लौटे पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख का सत्कार व स्वागत करने हेतू कार्यक्रम आयोजीत किया गया था. इस अवसर पर अपने सत्कार के जवाब में पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने उपरोक्त प्रतिपादन किया.
कांग्रेस शहराध्यक्ष व मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलु शेखावत की अध्यक्षता में आयोजीत इस कार्यक्रम में राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर, पुर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले तथा कांग्रेस दिव्यांग सेल के प्रदेशाध्यक्ष किशोर बोरकर बतौर प्रमुख अतिथि उपस्थित थे. इस समय डॉ. सुनील देशमुख का कांग्रेस पार्टी में भावपूर्ण स्वागत करने के साथ ही उनके 150 से अधिक निष्ठावान समर्थकों को एक बार फिर कांग्रेस पार्टी में प्रवेश दिया गया. जिनमें पूर्व महापौर अशोक डोंगरे, वरिष्ठ समाजसेवी शंकरराव हिंगासपुरे, श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के उपाध्यक्ष दिलीप इंगोले, पूर्व पार्षद गजानन रडके, प्रभा आवारे, कांचन ग्रेसपुंजे, भालचंद्र घोंगडे, विनोद मोदी, कोमल बोथरा, एड. सुनील पडोले व डॉ. दिनेश गवली सहित 150 से अधिक कार्यकर्ताओं का समावेश रहा. सभी पुराने संगी-साथियों के दोबारा एकजूट होने के चलते शहर कांग्रेस कमेटी में काफी उल्लासपूर्ण वातावरण देखा गया.
बता दें कि, वर्ष 2009 के चुनाव में हुई राजनीतिक उठापटक के चलते डॉ. सुनील देशमुख को कांग्रेस द्वारा निष्कासित कर दिया गया था. जिसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मिलकर जनविकास कांग्रेस नामक नई पार्टी बनाई थी और वर्ष 2014 का चुनाव आते-आते डॉ. सुनील देशमुख ने भाजपा का दामन थाम लिया था. हालांकि उनके कई कार्यकर्ताओं ने अधिकारिक तौर पर भाजपा में प्रवेश नहीं लिया था, किंतु वे हर कदम पर अपने नेता के साथ डटे रहे. वहीं अब अपने नेता के वापिस अपनी पुरानी पार्टी में लौट आने के बाद कांग्रेस से दूर चल रहे इन सभी समर्थकों को भी बारह वर्ष पश्चात कांग्रेस में शामिल किया गया है. जिससे निश्चित तौर पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत होगी.
इस सत्कार समारोह में नगरसेवक अस्मा फिरोज खान, शोभा शिंदे, सुनीता भेले, वंदना कंगाले, सलिम बेग, प्रदीप हिवसे, अनिल माधवगाडिया, हफिजाबी युसुफ शाह, नूर खान, कोमल बोथरा, संजय वाघ, विनोद मोदी, नरेश बोधानी, शरद दातेराव, सलिम मिरावाले, झिया खान, शम्स परवेज, देवयानी कुर्वे, राजा बांगडे, निलेश गुहे, अब्दुल, डॉ. दिनेश गवली, अशोक डोंगरे, कलंदर भाई, अनिक मास्टर, अकील बाबु, सादिक हाताश, हाजी अजर, जावेद भाई, नसीम भाई, दिलीप भेंडे, अनिकेत देशमुख, राजा देशमुख, अंकुश डाहाके, महेश महल्ले, नौशाद, रेहान, समीर जवंजाल, संदीप मानकर, शिल्पा राऊत, किर्तीमाला गावंडे, ऋग्वेद सरोदे, नसीम पप्पू, तनवीर आलम, जावेद साबिर, गजानन राजगुरे, प्रभाकर वालसे, नरेश सारडा, पुरुषोत्तम मुंधड़ा, राजेन्द्र भंसाली, अर्चना सवई, जयश्री वानखडे, वंदना थोरात, राजु भेले, भास्कर रीठे, आस्मा परवीण, करिमाबाजी, राजा चौधरी, राजेश ठाकुर, राजेश चव्हाण, सुजाता झाड़े, लक्ष्मी राठी, कांचन ग्रेसपुन्जे, शारदा कोकाटे, निता सोनवणे, वंदना आत्राम, नंदा वाघमारे, योगिता गिरासे, किरण मेहरे, सादिक शाह, संकेत साहू, संतोष केशरवानी, योगेश बुंदेले, गुड्डू हमिद, सागर कलाने, अकरम अली, रज्जू बाबा, प्रमोद राऊत, हरदीप सिंह, राजु काले, संकेत साहू, देवेन्द्र पोहोकार, प्रवीण चरपे, योगेश सोलंके, किशोर गोमकाले, फादर ड़ेनियल, सोहन कुरील, मनीष पावडे, खोजयमा खुर्रम, बबनराव सोलीव, ड़ॉ. बी. आर. देशमुख, सुनिल कंडालकर, जितेंद्र वाघ, संजय बोबडे, संदेश जैन, अभिनय अभ्यंकर, मंगेश येते, जतिन यादव, गजानन थोरात, संजय गुजर, प्रदीप बनारसे, आरिफ मास्टर, अशोक रेवस्कार, गजानन महाजन, नीरज मेश्राम, संजय पमनानी आदि सहित अनेकों कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.

 

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  •  यशोमति ने किये घर वापसी हेतु प्रयास

इस समय अपने संबोधन में पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने बताया कि, अमूमन कोई भी नेता अपने समकक्ष नेता के लिए राजनीति में प्रयास नहीं करता. ताकि प्रतिस्पर्धा से बचा जा सके. लेकिन इससे विपरित जिला पालकमंत्री तथा वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री यशोमति ठाकुर ने कांग्रेस आलाकमान से उन्हें पार्टी में वापिस लेने के लिए सिफारिश की और लगातार वरिष्ठ नेताओं के साथ संपर्क जारी रखा. जिसकी वजह से आज वे करीब 12 वर्ष बाद कांग्रेस पार्टी में वापिस आये है. जिसके लिए वे यशोमति ठाकुर के प्रति बेहद आभारी है.

 

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  • सभी साथ मिलकर नई शुरूआत करेंगे

इस समय अपने विचार व्यक्त करते हुए जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, डॉ. सुनील देशमुख के पार्टी में वापिस लौट आने से पार्टी में नवचैतन्य का संचार दिखाई दे रहा है और सभी कार्यकर्ता पहले की तरह उत्साहित दिखाई दे रहे है. इसे शानदार भविष्य का संकेत कहा जा सकता है. साथ ही उन्होंने यह आवाहन भी किया कि, हर तरह की गुटबाजी से बचते हुए सभी लोगों को एक साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए काम करना होगा, ताकि हम पार्टी को पहले की तरह मनपा सहित विभिन्न स्वायत्त संस्था की सत्ता में ला सके.

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  • कोई गुटबाजी नहीं होगी

इस आयोजन की अध्यक्षता करते हुए कांग्रेस शहराध्यक्ष व मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत ने कहा कि, अमरावती शहर में पहले भी कांग्रेस के भीतर कोई गुटबाजी नहीं थी और आगे भी किसी तरह की कोई गुटबाजी नहीं होगी. बल्कि सभी लोग एक-दूसरे को साथ देते हुए और एक-दूसरे का सम्मान करते हुए पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे.

 

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  • युवा जोश का प्रतीक हैं डॉ. देशमुख

इस समय बतौर प्रमुख अतिथि अपने विचार व्यक्त करते हुए पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले ने कहा कि, वे महाविद्यालयीन जीवन से डॉ. सुनील देशमुख के साथ काम कर रहे है और उनका मानना है कि, डॉ. देशमुख हमेशा ही युवा जोश का प्रतिक रहे है. साथ ही उनके पार्टी में लौट आने से एक बार फिर पार्टी के सभी नये-पुराने व विशेषकर युवा कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त जोश दिखाई दे रहा है. इससे निश्चित तौर पर अमरावती शहर में पार्टी की ताकत बढेगी.

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