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पूर्व पालकमंत्री पोटे बनाना चाहते है 300 बेड का कोविड अस्पताल

  •  जिला प्रशासन से मांगी अनुमति व जगह

  •  डॉ. प्रफुल्ल कडू के मार्गदर्शन में सहयोगी डॉक्टरों की टीम तैयार

  •  नि:शुल्क इलाज के साथ ही मरीजों के भोजन की व्यवस्था करेगा पोटे ट्रस्ट

अमरावती/प्रतिनिधि दि.27 – इन दिनों अमरावती जिले में कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढती जा रही है और अब सरकारी सहित निजी कोविड अस्पतालों में मरीजों को भरती करने हेतु बेड उपलब्ध नहीं है. इस बात के मद्देनजर हालात की गंभीरता को समझते हुए पूर्व जिला पालकमंत्री व विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील ने अमरावती के ख्यातनाम चिकित्सक डॉ. प्रफुल्ल कडू के मार्गदर्शन में और उनके सहयोगी डॉक्टरों की सहायता से प्रवीण पोटे पाटील एज्युकेशन एन्ड वेलफेअर ट्रस्ट व मित्रमंडल द्वारा अमरावती शहर में 300 बेड की क्षमतावाला तथा अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओें से लैस नि:शुल्क कोविड अस्पताल शुरू करने का मानस व्यक्त किया है. जिसके लिए पूर्व पालकमंत्री पोटे ने जिलाधीश शैलेश नवाल को निवेदन सौंपते हुए नि:शुल्क कोविड अस्पताल शुरू करने हेतु अनुमति देने तथा सायन्सकोर स्कूल की इमारत अथवा सांस्कृतिक भवन में जगह उपलब्ध कराने की मांग की है.
इस निवेदन में पूर्व पालकमंत्री पोटे द्वारा कहा गया है कि, यदि प्रशासन द्वारा उन्हें अनुमति देने के साथ ही जगह उपलब्ध करायी जाती है, तो वे नि:शुल्क कोविड अस्पताल शुरू करने के साथ ही वहां पर भरती होनेवाले मरीजोें के दोनों समय के भोजन व चाय-नाश्ते की जिम्मेदारी उठाने हेतु तैयार है. साथ ही मरीजों के स्वास्थ्य व चिकित्सा का जिम्मा डॉ. प्रफुल्ल कडू व उनके सहयोगी डॉक्टरोें की टीम द्वारा उठाया जायेगा. जिसके लिए मरीजों से कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा.

  •  ट्रस्ट द्वारा अपने खर्च पर ऑक्सिजन प्लांट भी बनाया जायेगा

– नि:शुल्क एम्बुलन्स व हेल्पलाईन सेवा भी उपलब्ध करायी जायेगी

इसके साथ ही पोटे ट्रस्ट द्वारा अमरावती शहर के सरकारी व निजी अस्पतालों में ऑक्सिजन की किल्लत को देखते हुए ऑक्सिजन निर्मिती प्लांट स्थापित करने हेतु प्रशासन को आवश्यक धनराशि का धनादेश उपलब्ध कराया जायेगा. साथ ही सरकार के नियमानुसार व वैद्यकीय अधिकारी के निर्देशानुसार जिले में जहां पर ऑक्सिजन प्लांट की आवश्यकता है, वहां पर पोटे ट्रस्ट द्वारा प्लांट स्थापित करने हेतु धनराशि उपलब्ध करायी जायेगी.
इसके साथ ही प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद पोटे ट्रस्ट की ओर से शुरू किये जानेवाले कोविड सेंटर में सेवा देनेवाले डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ व कर्मचारियों के मानधन का खर्च भी ट्रस्ट द्वारा ही उपलब्ध किया जायेगा और मरीजों का नि:शुल्क इलाज करने के साथ ही उन्हें नि:शुल्क ऑक्सिजन सेवा व निशुल्क एम्बुलन्स सेवा भी उपलब्ध करायी जायेगी. साथ ही इस कोविड सेंटर के मेडिकल स्टोर द्वारा ‘ना लाभ-ना हानि’ तत्व पर दवाईया उपलब्ध करायी जायेगी.

  • नि:शुल्क टीकाकरण की भी तैयारी

पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने अपने कोविड सेंटर में कोविड जांच केंद्र शुरू करने की अनुमति दिये जाने की मांग करने के साथ ही कहा है कि यदि सरकार द्वारा पोटे ट्रस्ट को कोविड टीकाकरण अभियान चलाने की अनुमति दी जाती है, तो ट्रस्ट द्वारा समूचे जिले में मोबाईल वैन के जरिये पूरी तरह नि:शुल्क तौर पर कोविड टीकाकरण अभियान चलाये जाने की भी तैयारी है. जिस पर नियंत्रण रखने हेतु जिलाधीश की अध्यक्षता में समिती गठित करते हुए अधिकारियों की नियुक्ति की जा सकती है. इस अभियान को सफल बनाने हेतु ट्रस्ट द्वारा सरकारी सेवा से निवृत्त हो चुके डॉक्टरों सहित निजी क्षेत्र के सभी डॉक्टरों को रूग्णसेवा प्रदान करने हेतु आवाहन किया जायेगा.

  • खुद कोविड संकट को झेल चुके है पूर्व पालकमंत्री

यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील खुद दो बार कोविड संक्रमण की चपेट में आ चुके है और कोविड संक्रमित होने के बाद मरीज सहित उसके परिवार को किन मुश्किलों व समस्याओं का सामना करना पडता है, इसे उन्होंने खुद अनुभव करने के साथ ही बेहद नजदिक से देखा है और इसके बाद ही जिले के मौजूदा हालात को देखते हुए उन्होेंने अपने ट्रस्ट व मित्र मंडल को नि:शुल्क कोविड अस्पताल शुरू करने हेतु तैयार करते हुए इस पर आनेवाले हर तरह के खर्च को खुद वहन करने की तैयारी दर्शायी.

  •  इससे पहले भी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध कराई है सुविधा

बता दें कि, पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने अपने ट्रस्ट के जरिये जिला सामान्य अस्पताल व जिला स्त्री अस्पताल में 400 बेड, 200 वॉटर कूलर, 80 एसी, 40 टीवी तथा 30 कूलर अपने खर्च से लगाये है. साथ ही लॉकडाउन काल के दौरान अपने खर्च से समूचे जिले के लाखों जरूरतमंदों तक किराणा व अनाज का भी वितरण करवाया. इसके अलावा पिछले लॉकडाउन काल के दौरान उन्होंने अमरावती में अटके कई परप्रांतिय मजदूरों व उनके परिजनों को अपने गृहराज्य लौटने हेतु आवश्यक व्यवस्था भी उपलब्ध करवायी थी.’

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  • डॉ. प्रफुल्ल कडू की कप्तानी में डॉक्टरों की टीम है तैयार

बता दें कि, इससे पहले शहर के ख्यातनाम चिकित्सक डॉ. प्रफुल कडू सहित उनके निकटतम सहयोगी डॉ. सुभाष पाटणकर, डॉ. अद्वैत महल्ले, डॉ. अजय डफले व डॉ. राजेंद्र ढोरे ने स्थानीय प्रशासन से अपने-अपने अस्पतालों में कोविड संक्रमित मरीजों को भरती करने हेतु अनुमति मांगी थी, ताकि शहर में कोविड संक्रमित मरीजों को भरती करने हेतु कम से कम 50 अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो सके. इन डॉक्टरों द्वारा किये जा रहे प्रयासों को अब पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे का साथ व सहयोग मिल गया है. ऐसे में यदि प्रशासन द्वारा इस प्रयास को अनुमति दी जाती है, तो शहर में नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा देनेवाला पहला निजी कोविड अस्पताल शुरू हो जायेगा. जिसकी क्षमता 300 बेड की होगी और अस्पताल के साथ ही नि:शुल्क एम्बुलन्स सेवा व हेल्पलाईन की सुविधा भी उपलब्ध होगी. साथ ही साथ पोटे ट्रस्ट द्वारा जिला प्रशासन को अपने खर्च पर ऑक्सिजन निर्मिती प्लांट भी बनाकर दिया जायेगा.

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