पूर्व महापौर अशोक डोंगरे कर रहे लोगों को गुमराह
पत्रवार्ता में यादव परिवार ने लगाया आरोप
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महादेव संस्थान मंदिर की जमीन का मामला
अमरावती/प्रतिनिधि दि.४ – स्थानीय मौजे वडाली, प्रगणे नांदगांव पेठ, अंतर्गत सर्वे नं. ३१/१ में १०.७६ हेक्टेयर क्षेत्रफल की भोगवटदार वर्ग-१ जमीन के कुलधारक के तौर पर पिछले ४५ वर्षो से सुक्कु मंगल यादव का नाम दर्ज है तथा यह नाम वर्ष १९५३-५४ में बतौर कुलधारक दर्ज किया गया था. पश्चात सुक्कु मंगल यादव की मृत्यु होने के बाद उनके परिजनों का नाम कुल धारक के तौर पर दर्ज हुआ. किंतु बावजूद इसके महादेव संस्थान द्वारा इस जमीन को हथियाने के अनेकों प्रयास किये गये. जिसे लेकर एक लंबी अदालती लडाई भी चली. जिसमें विभिन्न स्तर पर हार जाने के बाद अब वडाली स्थित महादेव संस्थान द्वारा मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है. साथ ही खुद को महादेव मंदिर संस्थान का कर्ताधर्ता बताने वाले पूर्व महापौर अशोक डोंगरे द्वारा इस जमीन के मामले को लेकर आम नागरिको को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है. इस आशय की जानकारी यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में यादव परिवार की ओर से दी गई.
इस पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए छोटेलाल रामनिहोर यादव सत्यनारायण सुक्कु यादव तथा ऋषिकेश भुजाडे ने कहा कि इस जमीन को लेकर वर्ष 1984-85 से अदालती लडाई शुरू हुई, जो 35 से 38 वर्ष तक अलग-अलग अदालतों व प्राधिकरण में चली और हर स्तर पर यादव परिवार की जीत हुई. जिसके बाद यादव परिवार को इस जमीन के बिक्री की अनुमति व अधिकार प्राप्त हुए. जिसके अनुसार उन्होंने इस जमीन की कानूनी तौर पर बिक्री की है. किंतु हर स्तर पर केस हारने के बावजूद महादेव संस्थान वडाली द्वारा अब इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है और यादव परिवार पर दबाव डाला जा रहा है. जिसकी शिकायत राज्य के मुख्यमंत्री व राज्यपाल से भी की गई है. पत्रवार्ता में आरोप लगाया कि विगत कुछ दिनों से पूर्व महापौर अशेाक डोंगरे द्वारा फर्जी खबरे फैलाकर वडाली परिसर स्थित यादव परिवार की जमीन को लेकर आम जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है. अत: कोई भी उनके झांसे में न आए.