पूर्व केंद्रीय मंत्री अहीर के भतीजे व उसके दोस्त की चंडीगढ में मौत
दोनों के शव कजेहडी गांव के जंगल में पेड से लटके मिले
* 15 मार्च को चंद्रपुर थाने में दर्ज हुई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
* शव मिलने की खबर मिलते ही मचा हडकंप, परिजन हुए चंडीगढ रवाना
चंद्रपुर /दि.23- पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर के भतीजे महेश हरिशचंद्र अहीर और उनके एक मित्र हरिश प्रदीप धोटे के शव चंडीगढ़ के सेक्टर नं. 52 अंतर्गत कजेहडी गांव के पास स्थित जंगल में एक ही पेड़ पर फांसी से लटके बरामद हुए. यह दोनों की युवक बेहद घनिष्ठ मित्र हुआ करते थे और विगत सप्ताह अचानक ही अपने-अपने घरों से लापता हो गए थे. जिसके बाद दोनों की गुमशुदगी को लेकर चंद्रपुर पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी. परंतु उनका कहीं कोई अता-पता नहीं चल पाया था. वहीं अब दोनों युवकों के शव चंद्रपुर से सैकडों किमी दूर चंडीगढ के पास स्थित जंगल से पेड पर लटके बरामद हुए है. जिसकी खबर मिलते ही संबंधित परिवारों से पूरे चंद्रपुर परिसर में हडकंप मच गया है और दोनों युवकों के परिजन तुरंत चंडीगढ के लिए रवाना हो गए.
बता दें कि, भाजपा के पूर्व सांसद हंसराज अहीर इससे पहले केंद्रीय मंत्री रह चुके है और इस समय राष्ट्रीय पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष भी है. साथ ही उन्हें कद्दावर नेता के तौर पर भी जाना जाता है. ऐसे में यह पूरा मामला हाई प्रोफाइल हो गया है.
चंद्रपुर के जिला पुलिस अधीक्षक रवींद्रसिंह परदेशी तथा शहर पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक सतीशसिंह राजपुत ने इस घटना की पृष्टि करते हुए बताया कि, दोनों युवकों की गुमशुदगी को लेकर 15 मार्च को मामला दर्ज किया गया था और दोनों युवकों के मोबाइल लोकेशन पर नजर रखी जा रही थी. जिसके जरिए इन युवकों के चंडीगढ की ओर जाने की जानकारी प्राप्त हुई थी. ऐसे में पुलिस के एक दल को इन युवकों की तलाश हेतु चंडीगढ भी भेजा गया था. लेकिन बुधवार की शाम महेश अहीर व हरिश धोटे के शव चंडीगढ के पास स्थित कजेहडी के जंगल में एक ही पेड से फांसी के फंदे पर लटके मिले. यद्यपि प्राथमिक तौर पर यह आत्महत्या का मामला दिखाई दे रहा है. परंतु पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज करते हुए अपनी जांच शुरु कर दी है.