अमरावती/प्रतिनिधि दि.7 – अमरावती जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के साथ 3.39 करोड रूपयों की जालसाजी किये जाने को लेकर दर्ज एफआईआर को रद्द कराने हेतु चार ब्रोकर्स ने मुुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में दौड लगायी है. वहीं इस मामले से संबंधित एक अन्य याचिका पर शनिवार 7 अगस्त को ही सुनवाई होनेवाली है. ऐसी जानकारी शहर पुलिस आयुक्तालय की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दी गई है.
बता दें कि, जिला बैंक के प्राधिकृत अधिकारी संदीप जाधव की शिकायत के चलते सिटी कोतवाली पुलिस ने 15 जून को बैंक के तत्कालीन सीईओ, 6 ब्रोकर्स तथा म्युच्युअल फंड कंपनी के स्थानीय व्यवस्थापक ऐसे कुल 11 लोगों के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया था. इस मामले में ब्रोकर्स का कहना रहा कि, बैंक द्वारा म्युच्युअल फंड में रकम निवेश की गई और उन्हें म्युच्युअल फंड कंपनी द्वारा ब्रोकरेज दिया गया, तो इसमें जालसाजी कहां और कैसे हुई. साथ ही उनकी वजह से बैंक का नुकसान भी कैसे हुआ.
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कब होगा फॉरेन्सीक ऑडिट
इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करने हेतु बैंक के व्यवहार का फॉरेन्सीक ऑडिट करने का निर्देश आर्थिक अपराध शाखा ने जिला उपनिबंधक को दिया था. किंतु इस कार्य के लिए जिला उपनिबंधक द्वारा अब तक किसी भी तटस्थ संस्था का अंतिम रूप से चयन नहीं किया गया है. ऐसे में सबसे बडा सवाल यह है कि, इस मामले में फॉरेन्सीक ऑडिट कब होगा.