धर्मदाय अस्पतालो में नि:शुल्क व सहुलियत की दरों पर इलाज
मुंबई ./दि. 18- उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यालय स्थित वैद्यकीय मदद कक्ष द्वारा राज्य के 468 धर्मदाय अस्पतालो में 12 हजार से अधिक बेड निर्धन व गरीब मरीजो हेतु उपलब्ध कराए गए है. साथ ही ऐसे मरीजो हेतु नि:शुल्क एवं सहुलियत की दरों पर इलाज की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. इस व्यवस्था के तहत विगत पांच माह में कैंसर, यकृत, मुत्रपिंड व बोनमैरो प्रत्यार्पन सहित महत्वपूर्ण शल्यक्रिया व गंभीर बीमारियों पर इलाज करते हुए 258 मरीजो को जीवनदान दिया गया और इन मरीजो पर 17 करोड 69 लाख रुपयों का इलाज नि:शुल्क अथवा सहुलियत की दरो पर हुआ.
बाता दे कि, धर्मदाय अस्पतालो में निर्धन व गरीब मरीजो को 10 फीसद सीटें अस्पताल प्रबंधन द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जाती. इस आशय की शिकायतवाली याचिका गजानन पुनालेकर ने हाईकोर्ट में दायर की थी. इसके बाद धर्मदाय आयुक्त की अध्यक्षतावाली समिति नियुक्त की गई और इस जरिए विधि व न्याय विभाग द्वारा उपमुख्यमंत्री कार्यालय में वैद्यकीय सहायता कक्ष की स्थापना की गई. इसे लेकर 31 अक्तूबर 2023 को आदेश जारी किया गया और जनवरी माह से वैद्यकीय सहायता कक्ष को क्रियान्वित कर दिया गया. साथ ही कक्ष प्रमुख के तौर पर रामेश्वर नाईक की नियुक्ति की गई.
चूंकि, गरीब व निर्धन मरीजो हेतु धर्मदाय अस्पताल में 10 फीसद बेड उपलब्ध कराना अनिवार्य है. ऐसे में डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने हालही में हुए विधान मंडल अधिवेशन दौरान विश्वस्त संस्था कानून में संशोधन करनेवाला विधेयक भी प्रस्तुत किया गया था. जिसे मंजूर कर लिया गया. ऐसे में अब उपमुख्यमंत्री कार्यालय में क्रियान्वित कक्ष के जरिए सभी धर्मदाय अस्पतालो को रोजाना नियमित रुप से 10 फीसद बेड में से रिक्त रहनेवाले बेड, इन बेड पर किसे व क्यों भर्ती किया गया है, इसका ब्यौरा ऑनलाईन तरीके से वैद्यकीय सहायता कक्ष को भेजना अनिवार्य किया गया है. इस हेतु जल्द ही ऑनलाईन यंत्रणा को अमल में लाया जाएगा. अब तक इन अस्पतालो द्वारा ऐसी कोई जानकारी मरीजो को उपलब्ध नहीं कराई जाती थी. जो अब इस कक्ष के जरिए उपलब्ध होगी तथा सभी धर्मदाय अस्पतालो के 10 फीसद बेड गरीब व निर्धन लोगों के लिए उपलब्ध रहेंगे. जिसे ऐसे मरीजो हेतु काफी सुविधा होगी.
* विभागीय कार्यशाला विधि व न्याय विभाग के मार्फत शुरु रहनेवाली इस योजना एवं डिप्टी सीएम कार्यालय में कार्यरत मदद कक्ष के बारे में राज्य के सभी सरकारी महकमो को जानकारी हो इस हेतु मुंबई, नागपुर व कोल्हापुर आदि स्थानो पर विभागीय कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है. जिनमें धर्मदाय अस्पतालो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित सरकारी मेडीकल कालेज एवं अन्य अस्पतालो के डॉक्टरो का समावेश रहना अनिवार्य किया गया है.
* डिप्टी सीएम फडणवीस के वैद्यकीय मदद कक्ष द्वारा विगत पांच माह के दौरान 258 मरीजो को जीवनदान दिया गया. इन मरीजो हेतु 17 करोड 69 लाख रुपयों का इलाज नि:शुल्क अथवा अत्यल्प दरो पर उपलब्ध कराया गया.
* किसे फायदा?
जिन परिवारों की सालाना आय 1 लाख 80 हजार रुपए है उन परिवारों के सदस्यों को नि:शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. वहीं अन्य गरीब मरीजो को 50 फीसद सहुलियत की दर पर इलाज व चिकित्सा की सुविधा दी जाती है.
– मुंबई के कोकिलाबेन व रिलायन्स तथा पुणे के सह्यांद्री व दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल सहित राज्य के 468 धर्मदाय अस्पतालो में निर्धन व गरीब मरीजो पर इस योजना के अनुसार इलाज की सुविधा उपलब्ध है.
– सभी धर्मदाय अस्पतालो में निर्धन व गरीब मरीजो के इलाज हेतु 10 फीसद बेड उपलब्ध कराना अनिवार्य है. साथ ही सभी धर्मदाय अस्पतालो को बेड संख्या बढाने हेतु कहा गया है.
– इस योजना का लाभ पाने हेतु आधार कार्ड, पहचान पत्र, राशन कार्ड व आय प्रमाणपत्र सहित डॉक्टर के प्रिस्क्रीप्शन जैसे दस्तावेजो की जरुरत होती है.
* कहां करें संपर्क
– उपमुख्यमंत्री कार्यालय, विशेष वैद्यकीय मदद कक्ष, मंत्रालय, मुंबई.
– धर्मदाय आयुक्त कार्यालय, जिलाधीश कार्यालय, धर्मदाय अस्पताल, सरकारी मेडीकल कालेज.
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