‘हिट एण्ड रन’ कानून के निषेधार्थ अमरावती में मोर्चा
अमरावती जिला वाहन चालक कृति समिति का आयोजन
अमरावती/दि. 3- हिट एण्ड रन कानून के विरोध में देश के विभिन्न राज्यों में दो दिन तक विरोध प्रदर्शन व हडताल चलती रही. आज अमरावती शहर में वाहन चालक कृति समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने स्थानीय इर्विन चौराहे से जिलाधिकारी कार्यालय तक मोर्चा निकालकर इस निर्णय को रद्द करने की मांग की.
हिट एण्ड रन कानून के विरोध में सभी तरह तीव्र आंदोलन व प्रदर्शन किए जा रहे हैं. मंगलवार की रात हडताल समाप्त होने के बाद नागरिकों ने राहत की सांस ली. लेकिन इसके बावजूद अमरावती जिला वाहन चालक कृति समिति से जुडी सभी संगठना के पदाधिकारियों ने आज इस कानून के निषेधार्थ इर्विन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक मोर्चा निकालकर इस निर्णय को रद्द करने की मांग की. जिलाधिकारी सौरभ कटियार को सौंपे ज्ञापन में कृति समिति के प्रतिनिधि मंडल ने कहा है कि जिन वाहन चालकों के खिलाफ जानलेवा कानून अमल में लाया जा रहा है उसे तत्काल रद्द किया जाए. क्योंकि इस कानून में दुर्घटना होने पर 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए जुर्माना किया गया है. वाहन चालक ड्राइविंग किए बिना परिवार का पेट भर नहीं सकता. जिस तरह देश के जवान सीमा पर सतर्क रहकर दुशमनों से लडते हैं उसी तरह वाहन चालक भी जान हथेली पर रख वाहन चलाते हुए ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी निभाता है. कोरोनाकाल के समय कोई भी राजनीतिक दल अथवा शासकीय कर्मचारी किसी के काम नहीं आए लेकिन वाहन चालक सभी मरीज परिवारों के लिए काम आया और समय पर मरीजों तक दवाई के साथ ऑक्सीजन के सिलेंडर पहुंच पाए. यह कानून आगामी 10 जनवरी तक रद्द नहीं किया गया, तो सभी वाहन चालकों ने अनशन पर बैठने की चेतावनी प्रशासन के जरिए शासन को दी है. ज्ञापन सौंपने वालों में शिवसेना उबाठा के नंदकिशोर काले, प्रहार यातायात संगठना के अमित वानखडे, भीम ब्रिगेड के राजेश वानखडे, मनसे के धीरज तायडे, भगवा वादळ यातायात संगठना के अतुल खोंड, संघर्ष वाहन चालक संगठना के मनोज मारोडकर, शालेय यातायात सेना उबाठा के बंडू कथिलकर, ट्रक यूनियन के अभिजीत धर्माले, भीम आर्मी संगठना कि रितेश तेलमोरे, यातायात संगठना शिवसेना शिंदे गुट के पवन राठी, बस चालक संगठना के दिलीप भोगे, पिंटू दंडाले, रग्णवाहिका वाहन चालक संगठना के निरंजन खंडारे का समावेश था. यह मोर्चा इर्विन चौक से गर्ल्स हाईस्कूल चौक होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा. मोर्चे में सैकडों वाहन चालक शामिल हुए थे. पुलिस का भी तगडा बंदोबस्त तैनात रखा गया था.