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गोडसे की गोली से नहीं हुई थी गांधी की मौत

रणजीत सावरकर की किताब में किया गया बडा दावा

मुंबई दि.29 – स्वातंत्र्यवीर सावरकर के पौत्र रणजीत सावरकर ने अपने द्वारा लिखी गई किताब में एक ऐसा दावा किया है. जिससे अच्छी खासी खलबली मच गई है. रणजीत सावरकर के मुताबिक 30 जनवरी 1948 को नथुराम गोडसे द्वारा चलाई गई गोली से महात्मा गांधी की मौत नहीं हुई थी. बल्कि महात्मा गांधी पर अलग दिशा से किसी ओर ने भी गोलियां चलाई थी. यहीं वजह है कि, महात्मा गांधी के शरीर में पायी गई गोलियों की बनावट और नाथुराम गोडसे की पिस्तौल से निकली गोलियों की बनावट अलग-अलग थी.
बता दें कि, रणजीत सावरकर द्वारा ‘मेक श्योर, गांधी इज डेड’ नामक किताब का दिल्ली में प्रकाशन किया गया है और अपने किताब के प्रकाशन अवसर पर उपरोक्त दावा करने के साथ ही रणजीत सावरकर ने यह आवाहन भी किया कि, गांधी की हत्या के पीछे कौन था तथा किसके द्वारा चलाई गई गोली से गांधी की मौत हुई थी. इन तमाम बातों की जांच की जानी चाहिए.
रणजीत सावरकर ने यह भी कहा कि, नाथुराम गोडसे कोई पेशेवर अपराधि नहीं था, बल्कि एक पत्रकार था. जिसके चलते उसका निशाना सटिक लगना संभव ही नहीं था. लेकिन इसके बावजूद नाथुराम गोडसे को ऐसी गलतफहमी हो गई कि, उसकी पिस्तौल से चली गोली से ही गांधी की मौत हुई है. इसके बाद ‘हे राम’ का नाम लेकर सबसे बडे पाप को दबा दिया गया. साथ ही साथ सरदार वल्लाभभाई पटेल के गुट को खत्म कर दिया गया और भारत ने तुरंत ही ग्रेट ब्रिटेन के साथ व्यापार करना भी शुरु कर दिया. जिससे पंडित नेहरु और ब्रिटेन को सीधा फायदा हुआ. ऐसे में सरकार ने इस पूरे मामले की जांच करने हेतु एक आयोग की नियुक्ति करनी चाहिए.

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