अमरावती प्रतिनिधि/दि.३१ – मंगलवार १ सितंबर को अनंत चतुर्दशी के पर्व पर दस दिवसीय गणेशोत्सव (Ganesh Festival) का समापन होने जा रहा है. जिसके मद्देनजर स्थानीय मनपा प्रशासन ने छत्री तालाब तथा वडाली परिसर के प्रथमेश तालाब सहित शहर में २१ स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु कृत्रिम तालाब की व्यवस्था उपलब्ध करायी है. साथ ही विसर्जन स्थलों पर तमाम तैयारियां पूर्ण कर ली गयी है.
इस संदर्भ में मनपा द्वारा जारी परिपत्रक में बताया गया कि, झोन क्रमांक १ में अभियंता भवन, सरकारी इंजिनिअरींग कालेज, नवोदय विद्यालय, वेलकम पॉइंट व सहकार नगर, झोन क्रमांक २ में नेहरू मैदान, प्रशांत नगर बगीचा, शिवाजी कॉम्प्ले्नस (दुर्गा विहार चौक), झोन क्रमांक ३ में शिवटेकडी, तपोवन गेट व छत्री तालाब, झोन क्रमांक ४ में बडनेरा झोन कार्यालय, साईनगर साईबाबा मंदिर, सावता मैदान, झिरी, बिहाडे बाबा कुआ (साईनगर) तथा झोन क्रमांक ५ में मनपा शाला क्रमांक ६, मनपा कार्यालय (राजापेठ पुलिस स्टेशन के पास), संकटमोचन हनुमान मंदिर (रविनगर), अंबाविहार बगीचा व गजानन महाराज मंदिर (पार्वती नगर) इन स्थानों पर गणेश विसर्जन हेतु कृत्रिम तालाब बनाये गये है. जहां घरेलू गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकता है.
इसके अलावा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा स्थापित की जानेवाली गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु वडाली परिसर स्थित प्रथमेश तालाब में जलकुंड बनाये गये है. इन सभी स्थानों पर लोगोें के आने-जाने हेतु विशेष व्यवस्था की गई है तथा सभी स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के नियमों का कडाई के साथ पालन किया जायेगा. इसके साथ ही इन सभी स्थानों पर हार-फुल जैसे निर्माल्य के संकलन हेतु विशेष व्यवस्था की जा रही है. तथा सभी स्थानों पर कडा पुलिस बंदोबस्त भी तैनात किया जा रहा है.
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आज से ही शुरू हुआ विसर्जन का दौर
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, मंगलवार १ सितंबर को प्रात: ९.३० बजे चतुर्दशी खत्म होकर पूर्णिमा शुरू हो रही है. इसके साथ ही श्राध्दपक्ष की शुरूआत हो जायेगी. जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. ऐसे में अधिकांश लोगों ने सोमवार से ही गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करना शुरू कर दिया है और सोमवार को ही अधिकांश विसर्जन स्थलों पर लोगोें ने ‘अगले बरस तू जल्दी आ‘ का उद्घोष करते हुए अपने प्यारे बाप्पा को बिदाई देनी शुरू कर दी है. सोमवार को विसर्जन का यह सिलसिला शहर सहित समूचे जिले में शुरू हो गया. जिसके चलते अधिकांश स्थानों पर रविवार को ही बाप्पा की महापूजा करते हुए प्रसाद वितरण संपन्न हुआ.