बैंक खाते से रकम निकालने वाले गिरोह का यवतमाल में पर्दाफाश
40 हैकर्स अनेक राज्य में सक्रीय, एक गिरफ्तार
यवतमाल/दि.15- बैंक खाता हैक कर परभारे नगद रकम निकालने वाले 40 सदस्यीय आंतरराज्यीय गिरोह का दिग्रस पुलिस ने पर्दाफाश किया है. गिरोह के प्रमुख सदस्य को बिहार से गिरफ्तार किया गया है. इस गिरोह में कॉलिंग, नगद ट्रान्सफर, विड्राल के लिए स्वतंत्र यंत्रणा काम कर रही है. उसके बदले उन्हें 2 से 5 प्रतिशत कमिशन दिया जाता है, इस तरह की बात सामने आयी है.
विकासकुमार विनोद सिंह (आजमपुरा, नवादा, बिहार) यह इस मामले में गिरफ्तार आरोपी का नाम है. उसे उसके मूल गांव से दिग्रस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक धिरेंद्रसिंग बिलावत के दल ने गिरफ्तार किया है. उसके पास से ढाई लाख रुपए नगद जब्त किये गए है. उसने 27 व 29 मई 2020 दो दिनों में यह रकम बैंक खाते से निकाली. इस मामले में दिग्रस पुलिस थाने में दो माह पहले अपराध दर्ज किया गया था. पुलिस ने इस पध्दति के 25 मामलों की जांच पडताल की. औरंगाबाद, गडचिरोली, मुंबई, उत्तरप्रदेश, तेलंगणा, कर्नाटक में धोखाधडी हुए लोगों के साथ संपर्क कर अपराध की पध्दत जान ली. इस मामले में दिग्रस पुलिस थाने में दो महिने पहले अपराध दर्ज किया गया था. झारखंड, पंश्चिम बंगाल, बिहार, उडिसा इन राज्यों में इस गिरोह का नेटवर्क है. समूचा नेटवर्क पुलिस के हाथ न लगे इस कारण कमिशन बेसेस पर गिरोह के हर एक सदस्य को कॉलिंग से विड्राल के लिए स्वतंत्र जिम्मेदारी दी जाती थी.
ऐसा चलता नेटवर्क
झारखंड के जामतारा से केवल कॉलिंग की जाती है. पश्चिम बंगाल से केवल सीम खरीदी किये जाते है. मिला हुआ पैसा उडिसा में विविध खाते में ट्रान्स्फर किया जाता है. बाद में वह बिहार में बैंक खाते से निकाला जाता है. इस पध्दति से आज तक यह समूचा नेटवर्क कभी प्रकाश में नहीं आया था. कॉलिंग होने वाले जामतारा का बाद में पता नहीं चलता.
अपराध की पध्दति
बैंक खातेदार के मोबाइल सीमकार्ड का नंबर लिया जाता है. उसके बाद कुछ समय के लिए सीम बंद कराया जाता है. सीमकार्ड के माध्यम से बैंक खाता आपरेट करते हुए ओटीपी जनरेट कर पैसे निकाले जाते है. सीमकार्ड शुरु हो जाने के बाद ग्राहक को मैजेस नहीं जाता, जिससे खाते से पैसे निकाले जाने की बात उसके ध्यान में नहीं आती.
1 करोड 38 लाख वसूलने की कबुली
ऑनलाइन पध्दति से बैंक खाता हैक कर लॉकडाउन के समय में पूरे 1 करोड 38 लाख रुपए जमा करने की कबूली आरोपी ने दी है. खाते में आयी हुई इतनी बडी रकम देखकर आयकर विभाग ने इस आरोपी को नोटीस दिया है, ऐसा सामने आया है.