किराए की इमारत में निजी ट्यूशन लेना भी पड रहा भारी
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मालिकों ने बढा दिया किराया
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निजी ट्यूशन क्लास शिक्षकों की बढी दुविधाएं
अमरावती/प्रतिनिधि दि.11 – कोविड महामारी के चलते घोषित किए गए लॉकडाउन से स्कूल, कॉलेज बंद रहने से छात्रों की पढाई ऑनलाइन चलायी जा रही है. वहीं निजी ट्यूशन क्लासेस के शिक्षक भी छात्रों को ऑनलाइन ही पढा रहे है. लेकिन अब निजी ट्यूशन लेने वाले शिक्षकों की भी दुविधा बढ गई है. पहले से ही निजी ट्यूशन ले रहे शिक्षक कोरोना महामारी से आर्थिक दिक्कतों में घिरे हुए है अब उनकी दिक्कतों में और इजाफा घर मालिकों ने कर दिया है.
शहर में ऐसे अनेक निजी ट्यूशन चलाने वाले शिक्षक है जो किराए की इमारत लेकर छात्रों को पढाने का काम करते है. लेकिन इमारत मालिकों ने किराया बढा देने से निजी ट्यूशन लेने वाले शिक्षकों को दिक्कतों को बढा दिया है. यहां बता देे कि निजी ट्यूशन क्लासेस लेने वाले शिक्षक पहले से ही कोरोना महामारी का दंश झेल रहे है. अधिकांश शिक्षकों के आर्थिक हालत काफी बिगडी हुई है. जहां 65 से 70 छात्र ट्यूशन क्लासेस में आकर पढ रहे थे वहीं अब छात्रों की संख्या नहीं के बराबर नजर आ रही है 20 से 25 छात्र ही ऑनलाइन ट्यूशन पढ रहे है. निजी ट्यूशन क्लास के संचालक भी छात्रों को नि:शुल्क ऑनलाइन पढाई करा रहे है. लेकिन उनके सामने अब और एक मुसिबत आन पडी है जहां पर निजी ट्यूशन क्लासेस लेने वाले शिक्षकों को अब बढा हुआ किराए का भी भुगतान करना पड रहा है. किराए का भुगतान नहीं करने पर मकानमालिक इमारत छोडने की नोटिस दे रहे है. जिसके चलते निजी ट्यूशन चलाने वाले शिक्षकों की परेशानियां बढ रही है. निजी ट्यूशन चलाने वाले शिक्षकों की मांग है कि प्रशासन ने जल्द से जल्द कोरोना महामारी से निपटने के लिए लगाया गया लॉकडाउन समाप्त करना चाहिए वहीं निजी ट्यूशन चलाने वाले शिक्षकों को राहत देने के लिए कदम उठाने की मांग की गई है.