कोचिंग क्लास लेनेवाले शिक्षकों को 20 हजार रूपये अनुदान दें
जिलाधिकारी को दिया गया निवेदन
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१९ – कोरोना महामारी के चलते परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल साबित हो रहा है. इन्हीं हालातों का सामना निजी कोचिंग क्लासेस लेने वाले शिक्षकों के परिवारों को भी करना पड रहा है. इसलिए निजी ट्युशन क्लासेस संघर्ष समिती के बैनरतले आज निजी ट्युशन क्लासेस के शिक्षकों ने प्रतिमाह 20 हजार रूपये शासकीय अनुदान दिया जाये. इस मांग को लेकर जिलाधिकारी को निवेदन दिया गया.
निवेदन में बताया गया कि, शहर में निजी कोचिंग क्लासेस चलानेवाले शिक्षकों को कोरोना महामारी के चलते अपने परिवार का भरन-पोषण करना भी मुश्किल साबित हो रहा है. कोचिंग क्लासेस के सिवाय उपजिविका का उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है. जिसके चलते उनके परिवार पर भूखमरी की नौबत आन पडी है. तकरीबन एक वर्ष से कोचिंग क्लासेस बंद पडे हुए है. कोचिंग क्लास चलाना संभव नहीं हो पा रहा है. कोचिंग क्लास में केवल 7 छात्रों को बिठाकर व प्रत्येक बैच में एक घंटे का अंतर रखते हुए क्लास चलाना संभव नहीं है. इसलिए कोचिंग क्लास के प्रत्येक बैच में 25 छात्र संख्या बिठाने की अनुमति दी जाये. इसके अलावा दो लगातार बैच में पंद्रह मिनट का समय दिया जाये. अन्यथा परिवार के भरनपोषण के लिए कोचिंग क्लास लेनेवाले प्रत्येक शिक्षक को 20 हजार रूपये शासकीय अनुदान दिया जाये.
निवेदन सौंपते समय विवेक कडू, दीपक गवई, भोजराज कोहले, दिगांबर मेश्राम, नरेश कोलमकर, भिमराव नाखले, धीरज रंगारकर, दीपक धुरंधर, मनोज बिलगये, अतुल बोबडे, जयसेन थोरात, प्रकाश प्रघणे आदि उपस्थित थे.