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उमेद अभियान कर्मियों को बेरोजगारी की खाई में न धकेले सरकार

ठेका कर्मियों ने पत्र वार्ता में व्यक्त की अपनी व्यथा

अमरावती प्रतिनिधि/दि.26 – महाराष्ट्र में वर्ग 2011 से महाराष्ट्र में जीवनोन्नती अभियान शुरू है. जिसके उमेद अभियान भी कहा जाता है और इस अभियान को ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओें के लिए उम्मीद व आशा की किरण माना जाता है. इस अभियान के सफलतार्थ अमरावती जिले में 132 अधिकारी व कर्मचारी दिन-रात काम कर रहे है, ताकि महिलाओं का सक्षमीकरण करने के साथ ही उन्हें आजीविका के साधन उपलब्ध कराये जा सके. इसके साथ ही इन सभी अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा कोरोना काल के दौरान कोई भी अतिरिक्त मानधन की अपेक्षा किये बिना दिन-रात प्रशासन के साथ कंधे से कंधा भिडाकर काम किया गया. लेकिन अब अचानक राज्य सरकार ने इन सभी समर्पित अधिकारियों व कर्मचारियों को एक झटके में बेरोजगार करने का फैसला किया है तथा एक परिपत्रक जारी करते हुए जिन अधिकारियों व कर्मचारियों की करार अवधि खत्म हो गयी है, उनके साथ करार का नूतनीकरण नहीं करने का निर्णय लिया है. ऐसे में इस अभियान के कई अधिकारी व कर्मचारी एक झटके में बेरोजगार हो जायेंगे. अत: सरकार ने अपने इस कदम पर पुर्नविचार करना चाहिये. अन्यथा संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियोें के समक्ष आत्महत्या कर लेने के अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं बचेगा. इस आशय का प्रतिपादन यहां बुलायी गयी एक पत्रकार परिषद में उमेद अभियान के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा दी गई है.
इस पत्रकार परिषद में बताया गया कि, उमेद अभियान में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों ने ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की भलाई हेतु विभिन्न योजनाओें को प्रभावी तौर पर अमल में लाया और अपने आप को ग्रामीण परिवेश में ढालते हुए तमाम विपरित हालात के बीच काम किया, लेकिन सरकार की सभी योजनाओं को समाज के अंतिम घटक तक पहुंचानेवाले कर्मचारियों को सरकार आज अचानक बोझ समझने लगी है और उमेद अभियान को एक निजी संस्था को सौंपे जाने की तैयारी शुरू की गई है. जो कि, पूरी तरह से गलत है और सरकार के इस गलत फैसले के खिलाफ आगामी 28 सितंबर को जिलाधीश कार्यालय के समक्ष प्रात: 11 बजे से एक दिवसीय धरना आंदोलन किया जायेगा.
इस पत्रकार परिषद में एमएसआरएलएम अधिकारी-कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष विजय पाटिल, उपाध्यक्ष अजय कुलथे, कोषाध्यक्ष सुचिता पाटिल, सहसचिव स्वप्नील रोहणकर, सहकोषाध्यक्ष मयूर कवठेकर, सलाहकार अमोल देवलसी, मार्गदर्शक सचिन देशमुख, संगीता म्हस्के, प्रचार प्रमुख सुभाष कांबे, उपप्रमुख संदीप गजभिये तथा शितल गरकेलवार, माधुरी मनवर, शिवा गतफणे, विकास वानखडे, सुमित वसूकर आदि उपस्थित थे..

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