* मविआ सरकार का बताया पाप
मुंबई/दि.20 – सरकारी नौकरियों में ठेका पदभर्ती को लेकर हमारी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे है. परंतु यह पाप कांग्रेस, शरद पवार व उद्धव ठाकरे की सरकार के कार्यकाल के समय का है. जिसका ठिकरा हम पर फोडने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन हमने उनके चेहरे के असली रुप को उजागर करने के साथ ही ठेका भर्ती के जीआर को रद्द करने का निर्णय लिया है. इस आशय की घोषणा राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्बारा की गई है.
इस संदर्भ में डेप्यूटी सीएम फडणवीस ने कहा कि, शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सत्ता में रहते समय ही ठेका पद्धति से भर्ती करने का निर्णय लिया गया था और सन 2010 में जब अशोक चव्हाण मुख्यमंत्री थे, तब इसे लेकर पहला जीआर जारी हुआ था तथा अशोक चव्हाण ने ही सबसे पहले शिक्षकों की ठेका नियुक्ति का जीआर निकाला था. इसके पश्चात जब पृथ्वीराज चव्हाण राज्य के मुख्यमंत्री थे, तब भी ठेका नियुक्ति करने के संदर्भ में जीआर निकाला गया था और इसके पश्चात शरद पवार के आशीर्वाद से सन 2021 में उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते समय ही ठेका नियुक्ति करने का निर्णय लिया गया था और आज वहीं लोग ठेका पदभर्ती को लेकर होहल्ला मचा रहे है तथा राज्य के युवाओं की दिशाभूल कर रहे है. जिसके लिए उन्होंने राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए और यदि वे लोग ऐसा नहीं करते, तो फिर हमें उनकी असलीयत जनता के सामने उजागर करनी पडेगी. क्योंकि पाप वे लोग करें और उसका ठिकरा हम पर फोडा जाए, इसे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. यहीं वजह है कि, कांग्रेस व राकांपा की सरकारों की कार्यकाल में निकाले गए ठेका पदभर्ती के जीआर पर हमारी सरकार ने रद्द करने का निर्णय लिया है.