अमरावती/दि. 13– अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि के मंदिर उद्घाटन व मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण का अक्षत का कलश अंबिकापुर अर्थात कौंडण्यपुर में लाया गया तो उसका श्रद्धापूर्वक पूजन और स्वागत किया गया. महामंडलेश्वर रुक्मिणीपीठ के पीठाधीश जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजराजेश्वर माउली सरकार ने कहा कि राजा दशरथ की माताजी इंदूमती का माहेर (पीहर) अंबिकापुर अर्थात कौंडण्यपुर में रहने के प्रमाण है. अत: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण उनके पिता के ननिहाल पहुंच गया है. यह कहते हुए माउली सरकार बडे हर्षित हुए. उन्हों धर्म सभा में सभी को 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन अवसर पर उपस्थित रहने कहा.
इस समय अखिल भारतीय संत समाज के महामंत्री संत राधे महाराज, सैकडों साधू और हजारों लोग उपस्थित थे. विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री रुपेश राउत ने 22 जनवरी 2024 को घर-घर दिवाली मनाने का आहवान किया. उन्होंने कहा कि सभी मंदिरों, घरों में पूजा पाठ, नामसंकीर्तन, आरती और दीप जलाकर दिवाली मनाई जानी चाहिए. विहिप की ओर से यह अक्षत घर-घर वितरित किए जाएंगे. भारतीय परंपरा में पीले चावल देकर आमंत्रण की रिवाज है.