अकोला/२३ मार्च- फसल बीमा में पंचनामा में खोडतोड कर किसानो और शासन के साथ धोखा करने के मामले में आयसीआयसीआय लोंबार्ड कंपनी के १० एजंट के खिलाफ यहाँ खदान थाने में अपराध दर्ज किया गया है. ३ करोड ९५ लाख रूपये के झूठे पंचनामे उजागर हुए है. जिला अधीक्षक कृषी अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने कुल १९ लोगो के विरूध्द अपराध दर्ज करने के साथ उनपर कारवाई आरंभ कर दी है. जल्द ही कुछ गिरफ्तारिया हो सकती है. बताया गया की नुकसान क्षेत्र और आनेवारी कम बताकर किसानो से ही धोखा किया गया है. प्रकरण उजागर होने के बाद अकोला में खलबली मची है. शिवसेना जिला प्रमुख गोपाल दातकर ने बीमा कंपनी का कार्यालय फोडने की धमकी दी है.
प्रकृती की अनिश्चितता के कारण पैदावार कम हुयी है. फसल बीमा योजना के माध्यम से क्षतिपूर्ति की अपेक्षा किसानो को लगी रहती है. इस बार भी किसानो फसल बीमा के मुआवजे के बारे में शिकायते की थी. बीमा कंपनी की तरफ से किसानो के साथ फ्रॉड होने की शिकायत ख्ाुद कृषी अधिकारी डॉ.मुरलीधर इंगले की है.
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना हेतु आयसीआयसीआय लोंबार्ड कंपनी को नियुक्त किया गया था. कंपनीने सोयाबीन, मूंग, उडद, ज्वार, कपास आदि फसलो का बीमा निकाला. पंचनामा का क्षेत्र और नुकसान आनेवारी ने गडबडी की गयी. झूठे दस्तखत किए गए. बाधित क्षेत्र से नुकसान की आनेवारी की कम रकम अदा की गयी. जिससे कृषी विभाग न बैठक लेकर चर्चा की.
चर्चा में कंपनी की शिकायत का निर्णय किया गया. पुलिस ने शिकायत के आधार बीमा कंपनी के १० अभिकर्ता प्रभास अरबाईन, कमलेश पाटील, नीलेश सोनोने, योगेश घातवात, प्रफुल्ल गव्हाने, महेश दांदले, अमोल टाले, नरेंद्र बहाकार, आशिष भिसे, विकास शिंदे आदीपर मामला दर्ज किया है.
८० आवेदनो में खोडतोड
बीमा कंपनी ने अकोला तहसील कृषी अधिकारी को जानकारी भेजी थी. १२४५८ किसानो के आवेदन प्रस्तुत होने की बात उसमे दर्ज थी. किन्तु प्रत्यक्ष में ३४९१ सर्वे आवेदन पेश होने का मामला उजागर हुआ. जाँच में ८० आवेदन में झूठे हस्ताक्षर का मामला सामने आया. ४१ आवेदनो में नुकसान से कम मुआवजा दिये जाने का खुलासा हुआ. बीमा कंपनी ने आवेदन की संख्या १२४५८ बतायी. जब की नुकसान भरपाई १४६०८ किसानो को कर दी गयी. यही से घोटाला पकडा गया.