पालकमंत्री ठाकुर ने किया ‘सुपर’ के चिल्ड्रेन वॉर्ड का दौरा
तीसरी लहर के मुकाबले हेतु व्यवस्था को बताया तैयार
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चिल्ड्रेन वॉर्ड में 80 बेड, 51 ऑक्सिजन व 20 आयसीयू बेड
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उपजिला व ग्रामीण अस्पतालों में भी स्वतंत्र बेड की व्यवस्था
अमरावती/प्रतिनिधि दि.17 – कोविड संक्रमण की संभावित तीसरी लहर का मुकाबला करने हेतु तमाम व्यवस्थाओं को तैयार किया गया है. जिसके तहत सुपर स्पेशालीटी अस्पताल में छोटे बच्चों के इलाज हेतु 80 बेड कर स्वतंत्र वॉर्ड बनाया गया है. जिसमें 51 ऑक्सिजन बेड व 20 आयसीयू बेड का समवेश है. साथ ही जिले के सभी उपजिला व ग्रामीण अस्पतालों सहित निजी अस्पतालों में भी बच्चों के लिए बेड की व्यवस्था की गई है. इन तमाम तैयारियों के साथ यह बेहद जरूरी है कि, कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के खतरे को टालने हेतु प्रतिबंधात्मक नियमों के पालन हेतु लगातार जनजागृति की जाये. इसके लिए स्वास्थ्य महकमे सहित विभिन्न विभागों द्वारा आपसी समन्वय के साथ काम किया जाना चाहिए. इस आशय का निर्देश राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा दिया गया.
स्थानीय सुपर स्पेशालीटी अस्पताल में बनाये गये चिल्ड्रेन वॉर्ड का पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने शनिवार 17 जुलाई को दौरा किया. इस अवसर पर वे अपने विचार व्यक्त कर रही थी. इस समय जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम, सुपर कोविड अस्पताल के इंचार्ज डॉ. रवि भूषण, पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, कांग्रेस शहराध्यक्ष तथा मनपा के नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत व जिप के पूर्व उपाध्यक्ष हरिभाउ मोहोड भी उपस्थित थे.
इस अवसर पर पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, इस समय यद्यपि जिले में कोविड संक्रमितों की संख्या कम हो गई है. किंतु सभावित तीसरी लहर को रोकने हेतु चिकित्सा सेवा व सुविधाओं से संबंधित तमाम तैयारियां की जा रही है. चूंकि संक्रमण की तीसरी लहर को छोटे बच्चों के लिहाज से खतरनाक बताया गया है. ऐसे में छोटे बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा व्यवस्था तैयार की जा रही है और आवश्यक मनुष्यबल को भी प्रशिक्षित किया गया है. इसके साथ ही टीकाकरण का कार्य सुचारू ढंग से होने हेतु प्रयास किये जा रहे है. इस समय उन्होंने सभी जिलावासियों से आवाहन किया कि, इससे पहले के अनुभवों को देखते हुए सभी लोग बेहद कडाई के साथ कोविड प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करे, ताकि संक्रमण की तीसरी लहर को समय रहते रोका जा सके.
इस समय जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम ने पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को बताया कि, निजी पेडियाट्रिक कोविड अस्पताल के तौर पर काम कर रहे पारिजात अस्पताल में 40 व गेटलाईफ अस्पताल में 60 बेड संक्रमण की चपेट में आनेवाले बच्चों के लिए उपलब्ध कराये गये है.