* नीलम गोर्हे का ठाकरे को तंज
नागपुर/ दि. 7- शिवसेना शिंदे गट की नेत्री एवं विधान परिषद उपसभापति डॉ. नीलम गोर्हे ने दावा किया कि बालासाहब ठाकरे रहते तो पार्टी में फूट नहीं पडती. नाराज होकर चले गये विधायकों को वापस बुलाने कार लेकर निकल पडते. उन्होंने यहां विधान भवन परिसर में मीडिया से बातचीत में यह भी दावा किया कि फूट पडने से तीन- चार माह पहले ही पार्टी में असंतोष (धुसपुस)पनप रहा था. उन्होंने यानी डॉ. गोर्हे ने इस बारे में उध्दव ठाकरे से बात की. ठाकरे ने ध्यान नहीं दिया. यह सुझाव भी दिया कि सामान्य निर्णयों में भी पार्टी विधायकों को बैठकों में साथ लेकर उनका आत्म विश्वास बढाना चाहिए. विधायक जिला निहाय दूर हो गए थे. उध्दव द्बारा ध्यान नहीं दिए जाने का आरोप गोर्हे ने किया. उन्होंने कहा कि राजकीय भूमिका बदल गई थी. जिससे अंदर ही अंदर असंतोष बढ रहा था. उसका विस्फोट होना ही था. फिर भी बालासाहब ठाकरे होते तो कार लेकर निकल पडते. पत्रकार ने उनसे पूछा कि गुवाहाटी तक कार से जाते ? इस पर डॉ. गोर्हे ने तपाक से कहा कि बालासाहब के कार निकालते ही नाराज विधायक लौट पडते.