विधि-विधान व भक्तिभाव के साथ मनाया गया हनुमान जन्मोत्सव
विभिन्न मंदिरों में पूजे गये अंजनीसुत बजरंगबली
अमरावती/दि.27 – मंगलवार 27 अप्रैल को शहर सहित जिले के विभिन्न हनुमान मंदिरों में हनुमान जन्मोत्सव बडे विधि-विधान व भक्तिभाव के साथ मनाया गया. इस वर्ष कोविड संक्रमण का खतरा रहने की वजह से कहीं पर भी महाप्रसाद सहित अन्य कोई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया, बल्कि मंदिरों में महाबलि हनुमान की मूर्तियों का परपंरा अनुसार पूजन कर यह पर्व मनाया गया.
इसके तहत स्थानीय दशहरा मैदान स्थित श्री संकटमोचन विजय हनुमान मंदिर में मंगलवार 27 अप्रैल को तडके 5 बजे महंत मदनमोहनदासजी महाराज के हाथों लघु रूद्राभिषेक व महाआरती का आयोजन किया गया. इस समय अंकुश महाराज, वैकुंठदासजी महाराज, सीतारामजी महाराज सहित पूर्व महापौर व पार्षद विलास इंगोले, गणुभाउ नवाथे, दिलीप पैठणकर, अशोक जाजू, पवन जैन, किशोर दोडे, गणेश तिडके, रोशन देशमुख व समीर देशमुख आदि उपस्थित थे.
सभी हनुमान मंदिरों में रही हवन-पूजन की धूम
हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित हनुमान मंदिरों में मंगलवार को हवन-पूजन की धूम रही. साथ ही कई हनुमान मंदिरों में भाविक श्रध्दालुओं की भीड भी देखी गयी. हालांकि अधिकांश हनुमान मंदिरों के प्रवेश द्वार आम श्रध्दालुओं के लिए पूरी तरह से बंद रखे गये थे. वहीं कुछ मंदिरों में त्रिसूत्री नियमों का पालन करते हुए भाविक श्रध्दालुओं को संकटमोचक हनुमानजी के दर्शनों की इजाजत दी गई और श्रध्दालुओं द्वारा महाबलि के समक्ष कोरोना वायरस के संकट से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की गई. प्रति वर्ष हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सभी हनुमान मंदिरों में बडे पैमाने पर लंगर एवं महाप्रसाद का आयोजन किया जाता है. किंतु विगत दो वर्षों से कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर हनुमान मंदिरों में काफी हद तक सन्नाटा छाया रहा और कहीं पर भी किसी तरह का कोई भव्य-दिव्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजीत नहीं हुआ.