रापनि में जल्द हो सकती है नई भरती!
निलंबीत कर्मचारियों की सेवा भी हो सकती है खत्म
* परिवहन मंत्री अनिल परब ने दिये संकेत
मुंबई/दि.16- विगत एक माह से रापनि कर्मी केवल विलीनीकरण की मांग को लेकर अडे हुए है और लगातार हडताल कर रहे है. जबकि इस दौरान राज्य सरकार से भारी-भरकम वेतन वृध्दि देने के साथ ही कर्मचारियों से कई बार काम पर लौट आने का आवाहन किया है. जिसके चलते अब तक 22 हजार कर्मचारी काम पर लौटे है और थोडे-बहुत प्रमाण में रापनि की बस सेवा शुरू हुई है. साथ ही 20 दिसंबर तक रापनि की बस सेवा को पूरी तरह से बहाल किया जायेगा. इस आशय की जानकारी देने के साथ ही राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब ने बताया कि, अब तक नई भरती और मेस्मा कानून के तहत की जानेवाली कार्रवाई को लेकर बैठक नहीं हुई है. लेकिन जल्द ही ऐसी बैठक लेकर नई पद भरती के संदर्भ में निर्णय लिया जायेगा.
विगत एक माह से चल रही रापनि कर्मियों की हडताल को लेकर परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि, इस हडताल के चलते राज्य की आम जनता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है. ऐसे में राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठे रह सकती. परब के मुताबिक विलीनीकरण का मसला हाईकोर्ट द्वारा गठित समिती के सामने है और इसे लेकर फिलहाल सरकार कोई निर्णय नहीं ले सकती. ऐसे में कर्मचारियों ने बात और हालात को समझते हुए अपनी हडताल पीछे ले लेनी चाहिए. लेकिन कर्मचारी केवल विलीनीकरण के शब्द पर ही अडे हुए है. जिससे सरकार व जनता का काफी नुकसान हो रहा है. ऐसे में अब विगत एक माह के दौरान निलंबीत किये गये कर्मचारियों को सेवा से निष्कासित भी किया जा सकता है और जल्द ही हडताली कर्मचारियों के खिलाफ मेस्मा कानून के तहत कार्रवाई करते हुए सरकार द्वारा रापनि में नई पद भरती भी की जा सकती है.