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हरिश मोरे मंडी सभापति व भैयासाहब निर्मल उपसभापति निर्वाचित

निर्विरोध हुआ अमरावती फसल मंडी के सभापति व उपसभापति पदों का चुनाव

* सभापति पद पर ठाकुर गुट व उपसभापति पद पर बंड गुट का कब्जा
अमरावती/दि.19 – विगत माह 28 अप्रैल को हुए अमरावती कृषि उत्पन्न बाजार समिति के चुनाव पश्चात मंडी के सभापति व उपसभापति का चयन करने हेतु सभी 18 नवनिर्वाचित संचालकों की सभा आज जिला उपनिबंधक द्बारा बुलाई गई. नवनिर्वाचित संचालकों की इस सभा में सर्वसहमति के साथ मंडी सभापति पद पर हरिश मोरे तथा उपसभापति पद पर भैयासाहब निर्मल का निर्विरोध निर्वाचन हुआ. इसके साथ ही अपेक्षा के अनुरुप मंडी सभापति पद पर विधायक यशोमति ठाकुर तथा उपसभापति पद पर शिवसेना उबाठा की महिला नेत्री प्रीति संजय बंड के गुटों का कब्जा हो गया. उल्लेखनीय है कि, विगत 28 अप्रैल को हुए अमरावती फसल मंडी के चुनाव में विधायक यशोमति ठाकुर तथा प्रीति बंड सहित राकांपा के जिलाध्यक्ष सुनील वर्‍हाडे के नेतृत्व वाले सहकार पैनल ने एकतरफा जीत हासिल की थी. जिसमें से ठाकुर गुट व बंड गुट ने ही पहले व दूसरे स्थान पर रहते हुए सर्वाधिक सीटें जीती थी. जिसके चलते सभापति व उपसभापति पद पर पहले से ही इन्हीं दोनों महिला नेत्रियों के गुटों का कब्जा होना तय माना जा रहा था.
बता दें कि, विगत 28 अप्रैल को हुए मतदान पश्चात 29 अप्रैल को हुई मतगणना के बाद अमरावती फसल मंडी के चुनाव में सहकार पैनल की ओर से सेवा सहकारी निर्वाचन क्षेत्र के सर्वसाधारण संवर्ग में संतोष इंगोले, किशोर चांगोले, आशुतोष देशमुख, नाना नागमोते, भैयासाहब निर्मल, प्रताप भुयार व हरिश मोरे, महिला आरक्षित क्षेत्र से रेखा कोकाटे व अलका देशमुख, ओबीसी सीट पर प्रकाश कालबांडे, वीजेएनटी सीट पर सतीश गोटे, ग्रामपंचायत निर्वाचन क्षेत्र के सर्वसाधारण संवर्ग से प्रवीण अलसपुरे व श्रीकांत बोंडे, एससी-एसटी संवर्ग से मिलिंद तायडे व आर्थिक दुर्बल घटक सीट से राम खरबडे विजयी हुए थे. इसके अलावा फसल मंडी के अडत-व्यापारी निर्वाचन क्षेत्र से सहकार पैनल समर्थित स्वतंत्र प्रत्याशी प्रमोद इंगोले व राजेश पाटिल तथा हमाल-मापारी निर्वाचन क्षेत्र से मविआ प्रणित सहकार पैनल समर्थित स्वतंत्र प्रत्याशी बंडू वानखडे ने चुनाव जीता था. ऐसे में अमरावती फसल मंडी में सहकार पैनल में एकतरफा सत्ता हासिल की थी. जिसके चलते शुरु से ही यह तय हो गया था कि, सभापति व उपसभापति पद पर सहकार पैनल का ही दावा रहेगा और संभवत: चुनाव भी निर्विरोध ही होंगे. क्योंकि सभी संचालक एक ही पैनल से वास्ता रखते है. परंतु इन दोनों पदों के लिए किन दो नामों को आगे किया जाता है, इसे लेकर काफी उहापोह वाली स्थिति बनी रही. मंडी सभापति पद के लिए शुरु से ही प्रकाश कालबांडे व हरिश मोरे तथा उपसभापति पद के लिए नाना नागमोते व प्रवीण अलसपुरे के नाम चर्चा में चल रहे थे. जिसमें से प्रकाश कालबांडे व नाना नागमोते फसल मंडी के कामकाज को लेकर काफी लंबा अनुभव रखतेे है. वहीं हरिश मोरे व प्रवीण अलसपुरे पहली बार ही मंडी संचालक चुने गए है. ऐसे में इस बात को लेकर उत्सुकता देखी जा रही थी कि, नये अथवा पुराने चेहरों में से सहकार पैनल के नेताओं द्बारा किसे प्राथमिकता दी जाती है और आज हुई मंडी संचालकों की बैठक में पुराने अनुभवी लोगों को दुबारा मौका देने की बजाय नये चेहरों को जिम्मेदारी सौपने का निर्णय सहकार पैनल के नेताओं द्बारा लिया गया.
* ऐन समय पर सामने आया भैयासाहब निर्मल का नाम
– अपना पत्ता कटने से तमतमाए अलसपुरे बैठक छोडकर निकल गए
मंडी सभापति पद के लिए प्रकाश कालबांडे व हरिश मोरे में से किसी एक को मौका मिलेगा. यह पहले से तय माना जा रहा था. जिसमें से आज मंडी संचालकों की बैठक में सभापति पद के लिए हरिश मोरे का नाम सामने रखा गया और हरिश मोरे को सर्वसहमति के साथ निर्विरोध मंडी सभापति निर्वाचित घोषित किया गया. वहीं दूसरी ओर मंडी उपसभापति पद के लिए नाना नागमोते व प्रवीण अलसपुरे के नाम चर्चा में चल रहे थे. परंतु आज हुई बैठक मेें ऐन समय पर इन दोनों की बजाय प्रीति बंड गुट की ओर से भैयासाहब निर्मल का नाम आगे बढाया गया. जिसके चलते भौचक हुए प्रवीण अलसपुरे ने तैश मेें आकर मंडी संचालकों की सभा से वॉक आउट किया और वे सभागृह से बाहर निकल गए. वहीं बैठक में मौजूद शेष सभी संचालकों ने उपसभापति पद के लिए भैयासाहब निर्मल के नाम पर सहमति जताई और इस पद पर भैयासाहब निर्मल का निर्विरोध निर्वाचन हुआ.

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