गांव बंदी करने क्या महाराष्ट्र का सातबारा आपको लिख दिया है
छगन भुजबल का जरांगे को सवाल
जालना दि. 17– आपूर्ति मंत्री और ओबीसी नेता छगन भुजबल ने मराठा आरक्षण आंदोलक मनोज जरांगे को जमकर सवाल पूछे हैं. यहां से करीब अंबड में 100 एकड से अधिक विस्तृत विशाल ओबीसी सम्मेलन को संबोधित करते हुए भुजबल ने कहा कि नेताओं को गांव बंदी कर रहे हो क्या ? क्या महाराष्ट्र आपको सातबारा पर लिखकर दे दिया है क्या ? भुजबल ने कहा कि वे जेल में बेसन भाकर खा चुके है. मैं जो खाता हूं, अपनी मेहनत की खाता हूं. आप जैसे ससुर के घर की रोटी नहीं खा रहा हूं. भुजबल ने कहा कि हम आरक्षण खा रहे है, ऐसा कहना सरासर गलत है. किसका आरक्षण हम खा रहे है ? यह सवाल भी उठाया और कहा कि ओबीसी आरक्षण का आदेश केंद्र ने दिया था. शरद पवार ने केवल उसका क्रियान्वयन किया. भुजबल ने ताना मारा कि हमने आरक्षण के लिए किसी के घर, दुकान, प्रतिष्ठान नहीं जलाए. राज्य ने मराठा समाज को आरक्षण दिया था. उसे सर्वोच्च न्यायालय निेरस्त कर दिया. वह निरस्त क्याेंं हुआ, इसका अध्ययन होना चाहिए. महाराष्ट्र में मराठा नेता बहुत है. उन्होंने मराठा युवको से प्रश्न पूछा कि आप किसी पत्थर को सिंदूर लगाकर क्यों देव बना रहे. यह मुझे समझ नहीं आ रहा. केवल दादागिरी तैयार करना है क्या ? मराठा समाज को आज कुछ नहीं मिल रहा क्या ? . छगन भुजबल ने पहले बाला साहब ठाकरे को आदंराजलि दी . उसी प्रकार गोपीनाथ मुंडे का भी भाषण के आरंभ में ही नाम लिया. मंच पर अनेक ओबीसी नेता विजय वडेट्टीवार, प्रकाश शेंडगे, महादेव जानकर, गोपीचंद पडलकर आदि अनेक विराजमान है. पंकजा मुंडे भी आनेवाली हैं.