वो सायकिल पर दस रुपये में बेचता है सपने!
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बाबा की चमत्कारी अंगूठी से किस्मत चमका देने का दावा
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युपी के हरदोई का युवक घोडे के नाल से बनी अंगूठी बेचने जुडवा शहर में
परतवाडा/अचलपुर दि. १२ – इस समय हर कोई फटाफट और चुटकी बजाते ही अपनी किस्मत खुल जाने की जुगत में रहता है, जिसके लिए लोगबाग तंत्र-मंत्र और गंडा-ताबीज का जमकर सहारा लेते है, ताकि उनके जीवन में अचानक ही कोई चमत्कार हो जाये. ऐसे ही लोगोें की ‘सेवा’ के लिए इन दिनों युपी के हरदोई जिले के निकट बरचमउ गांव का निवासी शेख इस्लाम नामक युवक नवाबोें की नगरी अचलपुर और परतवाडा में हाजीर है. जो किराये की साईकिल पर 10 रूपये में किसी बाबा की चमत्कारी अंगूठी बेचते हुए दावा कर रहा है कि, इस अंगूठी को पहनते ही लोगों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जायेगी. जुडवा शहर में मात्र 10 रूपये में किस्मत खुल जाने का सपना बेच रहे इस युवक से यह चमत्कारी अंगूठी खरीदने के लिए उन लोगों की अच्छीखासी भीड लगी हुई है. जो कर्म की बजाय सुबह से लेकर शाम तक अपनी किस्मत के भरोसे बैठे रहते है.
सबसे मजे की बात यह है कि, एक युवक करीब 1200 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए शहर की सडकों पर खुलेआम किसी बाबा की चमत्कारी अंगूठी बेच रहा है और अंधश्रध्दा निर्मूलन समिती सहित यहां के पुलिस महकमे को इस बात की मानो कोई खबर ही नहीं है. यहीं वजह है कि, अब तक किसी ने भी इस युवक को चमत्कारी अंगूठी के संदर्भ में अंधश्रध्दा फैलानेवाला दावा करने से नहीं रोका है. वहीं लोगबाग यह सोचकर इस युवक से अंगूठियां खरीद रहे है कि, 10 रूपये की ही तो बात है, हो सकता है 10 रूपये में उनकी करोडों की लॉटरी ही खुल जाये.
बता देें कि, बरसों पहले यश चोपडा की ‘काला पत्थर’ नामक एक फिल्म आई थी, जिसमे अभिनेत्री नीतू सिंह ने इसी प्रकार जादुई और किस्मत चमकाती अंगूठी बेचनेवाली का किरदार अदा किया था. आज परतवाडा में बरसो पुराने इस किरदार की तरह यह युवक दिखाई पडा. कहने को तो यह भी कहा जा सकता है कि देश में आज भी शिक्षा का काफी हद तक अभाव है और बेरोजगारी सुरसा के समान मुहं फैलाये खडी है. आज युवकों के पास मनरेगा और बाकी किसी भी योजना के तहत काम नही है और ना ही युवाओं को कोई ऐसा मार्गदर्शक मिल पा रहा, जो उन्हें अंगूठी के जरिये नहीं, बल्कि मेहनत के बलबूते किस्मत संवारने का हुनर सिखाये. इसी बात का फायदा उठाने के लिए ठेठ योगीजी के उत्तर प्रदेश से यह बंदा सैकडों किमी. दूर अपनी अंगूठियां बेचने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सूबे में आ पहुंचा. इस युवक नेे जुडवा शहर में आने के बाद अपने करिश्माई प्रोडक्ट को बेचने के लिए बेहद शानदार तरीका अपनाया है. जिसके लिए उसने सुबह-सुबह एक दुकान से सायकिल किराए पर ली और उसपर अपना एक छोटा सा, किंतु पावरफुल लाउडस्पीकर लगाया था. सायकिल पर अपनी अंगूठी की दुकानदारी को लिए वो लोगो की किस्मत को बदलने निकल पडा. लाउड स्पीकर पर मात्र 10 रूपये में किस्मत बदलने, सभी मनोकामना पूर्ण होने, मनचाहा प्यार मिलने, सभी सपने पूर्ण होने और परीक्षा में सीधे पहला नंबर आने का ऐलान सुनते हुए किस्मत के भरोसे बैठे लोगबाग तुरंत ही दौडे-दौडे इस साईकिलवाले के पास पहुंचना शुरू हो गये और अपनी जेबे हल्की करते हुए उससे दनादन अंगूठियां खरीदने लगे.
ज्ञात रहे कि, आज 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंति अवसर पर युवा दिवस मनाया जा रहा है. स्वामी विवेकानंद ने सभी युवाओं को कर्मठ होने का संदेश दिया था. किंतु परतवाडा क्षेत्र के युवा कर्मठ होने की बजाय अपनी किस्मत के बंद ताले को खोलने के लिए चमत्कारी अंगूठी खरीद रहे थे. इस पूरे मामले का एक दूसरा पहलू यह भी है कि, एक तरफ तो परतवाडा के स्थानीय युवक चमत्कारी अंगूठी खरीद रहे थे, वहीं दूसरी ओर सैंकडों किमी. दूर स्थित गांव का निवासी युवक परतवाडा में आकर कर्मठता का परिचय दे रहा था. दूसरों को सपने बेच रहा यह युवक खुद अपनी रोजी-रोटी अपनी मेहनत के बलबूते कमा रहा है. इस बात की ओर उससे चमत्कारी अंगूठी खरीदनेवाले लोगों का ध्यान शायद गया ही नहीं और लोग इस ‘सपनो के सौदागर’ से अपने लिये 10 रूपये मेें ‘सुहाने सपने’ खरीद रहे थे. किसी ने ठीक ही कहा है कि जब तक जमाने में बेवकूफ जिंदा है, अक्लमंद भूखा नही मरता.