यवतमाल/दि.5- महागांव तहसील के दुर्गम घोणसरा, बरगेवाडी गांवों में 25 एकड में गांजे की खेती का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने छह किसानों को हिरासत में लिया है. एसपी डॉ. पवन बनसोड स्वयं मौके पर पहुंचे. बताया गया कि गत 4 वर्षो से यहां गांजे की खेती हो रही थी. प्रकरण इस दृष्टि से बडा है कि यवतमाल जिला किसान आत्महत्या के लिए देशभर में कुख्यात रहा है. वहां के किसान कपास, सोयाबीन, तुअर की खेती करते थे. पहली बार गांजे की खेती उजागर हुई है.
* यह पकडे गए
पुलिस ने आरोपी देवीदास ढाकरे, सुखदेव ढाकरे, वनदेव ढाकरे और फालसिंह राठोड सहित छह को पकडा है. यह लोग घोणसरा में गुपचुप गांजे की खेती कर रहे थे. वहां कपास और तुअर भी बोई गई. पुलिस को खबर लगते ही होशियारी से छापा मारा गया.
* 50 जवानों का दल
इन किसानों व्दारा गांजा का उत्पादन किए जाने की खबर लगते ही एसपी डॉ. बनसोड ने सप्ताहभर उनकी निगरानी करवाई. फिर 50 पुलिस वालों का दल लेकर बुधवार तडके छापा मारा. वहां गांजे के कई पौधे बरामद किए गए. आयकर विभाग का तरीका अपनाते हुए एसपी बनसोड ने रात 1 बजे कर्मियों को अचानक पुसद ग्रामीण थाने में बुलाया. फिर रेड की गई.
* काफी पैदल चलना पडा
गांजे के यह खेत दुर्गम भागों में है. पुलिस वहां वाहन और दुपहिया से गई. काफी अंदर रहने से पुलिस को पैदल चलना पडा. तब जाकर करीब 25 एकड में गांजा की बुआई किए जाने का खुलासा हुआ. बुधवार शाम तक कार्रवाई चली. 20 क्विंटल से अधिक गांजे के पौधे काटकर पुलिस ने अपने कब्जे में लिए.