हिटलर ने इस्तीफा न देते हुए आत्महत्या की थी
संजय राउत ने की एकनाथ शिंदे पर टिप्प्णी
नई दिल्ली दि. 21– सिरफिरे लोग इस्तीफा नहीं देते. हिटलर ने भी इस्तीफा नहीं दिया बल्कि खुदकुशी की. विश्व में भी जिन लोगों ने अवैध रुप से राज किया उन्हें बाहर निकाल दिया गया अथवा वे भाग गए है, यह इतिहास कहता है. मेरा किसी पर भी व्यक्तिगत मत नहीं है. एकनाथ शिंदे जैसे झूठे नेता महाराष्ट्र पर राज कर रहे है इन शब्दों में ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को आडे हाथों लिया.
संजय राउत ने कहा कि भाजपा व्दारा लिखा गया भाषण पढने के अलावा उनके पास कोई काम नहीं रहा. कोविड घोटाला विषय निकालना रहा तो कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जलगांव जिले के पालकमंत्री गुलाबराव पाटिल ने किए करोडों रुपए के घोटाले की जांच करने बाबत पत्र शिंदे गुट के विधायक ने लिखा है. यह पत्र मेरे पास है. मेरी संबंधित से बातचीत हुई है. इस 27 करोड रुपए के घोटाले की कडी गुलाबराव पाटिल तक पहुंचती है. मुख्यमंत्री की इस पर भूमिका क्या रहती है? चिमन आबा पाटिल ने कोरोनाकाल में किए घोटाले की जांच करने और मुंबई मनपा में कोरोनाकाल में क्या हुआ, इसके कारण हुआ इस बाबत सबूतों के साथ जानकारी देने की चेतावनी संजय राउत ने दी.
राउत ने यह भी कहा कि मुंबई मनपा में सबसे ज्यादा टेंडरबाजी की गई वह विधायक और उस समय के स्थायी समिति अध्यक्ष भाषण के समय उनके पीछे ही बैठे थे. कोरोना रहे अथवा अन्य कोई भी घोटाले का आरोप किया जाता है, उसका टेंडर जिसने निकाला वे सभी शिंदे गुट के साथ है. नाम लेना रहा तो अब नाम भी लिया जाएगा. सभी टेंडर वाले लोग राज्य के मुख्यमंत्री और उनके परिवार के साथ शामिल है. इस विषय पर क्या बोलना इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को रहनी चाहिए, ऐसा भी संजय राउत ने कहा.