छात्रावास कर्मियों ने जिप में किया ‘झोपा‘ आंदोलन
एक वर्ष से प्रलंबित मानधन दिये जाने की प्रशासन से मांग की
अमरावती /प्रतिनिधि दि.२८ – महाराष्ट्र राज्य पिछडावर्गीय अनुदानित छात्रावास कर्मचारी संगठन द्वारा स्थानीय जिला परिषद कार्यालय में ‘झोपा‘ आंदोलन करते हुए मांग की गई है कि, अनुदानित छात्रावास कर्मियों को मार्च २०१९ से प्रलंबित रहनेवाला मानधन तुरंत उपलब्ध कराया जाये. इस संदर्भ में छात्रावास कर्मियों का कहना रहा कि, उन्होंने इससे पहले अपनी इस मांग को लेकर १२ अगस्त से आमरण अनशन शुरू करने का निर्णय लिया था. जिसे प्रशासन द्वारा दिये गये आश्वासन के चलते पीछे ले लिया गया. इसके बाद लंबे समय तक मानधन मिलने की प्रतिक्षा की गई, लेकिन प्रशासन ने बकाया मानधन अदा करने में कोई रूची नहीं दिखायी. जिसके चलते प्रशासन को जगाने के लिए जिप कार्यालय में छात्रावास कर्मियों द्वारा ‘झोपा‘ आंदोलन किया जा रहा है.
इस समय जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को सौंपे गये ज्ञापन में बताया गया कि, जब तक प्रशासन द्वारा छात्रावास कर्मियों को उनका बकाया मानधन अदा नहीं किया जाता, तब तक रोजाना १५ कर्मचारी समाजकल्याण अधिकारी कार्यालय के समक्ष सोया करेंगे. इस आंदोलन में सुभाष सोनारे, श्रीकृष्ण सगणे, सुनील बोयतकर, प्रशांत ढेंगे, यमबुध्दी हरसुले, संजय धंदर, मुन्नु सावलकर, सविता अवघड, कलावती ढगे, नलिनी सगणे, चंद्रकला येवले, सुमित खडसे, अलका ठाकरे, निलेश सहारे, पद्माकर शिवरकार, दिलीप मौजे आदि उपस्थित थे.