लाखों-करोडों का घर, ताला महज सौ रूपये का
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सस्ते ताला-कुंडी की वजह से घरों में सेंधमारी हुई आसान
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हलके झटके के साथ ही चोर खोल रहे बंद घरों के दरवाजे
अमरावती/प्रतिनिधि दि.२६ – जिले में इन दिनों चोरों द्वारा बडे पैमाने पर बंद घरों को अपना निशाना बनाते हुए चोरी व सेंधमारी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. सेंधमारी करने के लिए चोरों द्वारा विभिन्न तकनीकों का प्रयोग किया जाता है. जिसके सामने घरों के दरवाजों पर लगाये गये ताले टीक नहीं पाते और बडे से बडे तालों को चोरों द्वारा बडी आसानी से तोड दिया जाता है. साथ ही घर के मुख्य दरवाजे पर रहनेवाले हैण्डल व कुंडियों को भी चोर बडी आसानी से तोडकर घर के भीतर प्रवेश कर लेते है. इस संदर्भ में की गई पडताल में पता चला है कि, बडे-बडे आलीशान और महंगे घर बनानेवाले लोग घरों की साजसज्जा पर तो बढ-चढकर खर्च करते है, लेकिन लाखों-करोडों रूपये की लागतवाले अपने घरोें के लिए मात्र सौ-दो सौ रूपये मूल्य के ताले खरीदते है. साथ ही हैण्डल लॉक व कुंडियां भी बेहद हलके दर्जेवाले होते है. जिससे चोरों का काम काफी आसान हो जाता है.
ज्ञात रहे कि, इन दिनों आये दिन शहर के किसी न किसी रिहायशी इलाके में चोरोें द्वारा बंद घरों को निशाना बनाये जाने की खबर सामने आती है. जिसमें घर मालिक के कहीं बाहर गये होने की स्थिति का लाभ उठाते हुए चोर उनके बंद घरों में घुसते है और घर के भीतर रखा हजारों-लाखों रूपयों के माल पर हाथ साफ कर देते है. ऐसा करने हेतु चोरों द्वारा बंद घरों पर लटके ताले को बडी आसानी के साथ तोड दिया जाता है. और ऐसा करने में उन्हें कोई खास मशक्कत या समय की जरूरत भी नहीं पडती. इस संदर्भ में जांच-पडताल करने पर पता चला है कि अधिकांश लोगों द्वारा साधारणत: सौ-दो सौ रूपये मूल्यवाले बेहद सामान्य तालों को खरीदा जाता है. वहीं मॉर्टीस लॉक व राउंड पैड लॉक जैसे महंगे ताले खरीदनेवाले ग्राहकों की संख्या बेहद नगण्य है. जिसकी वजह से स्थानीय ताला विक्रेताओें द्वारा ऐसे महंगे तालों को बिक्री हेतु मंगाया भी नहीं जाता. बाजार में इन दिनों 20 रूपये से 1300 रूपये मूल्य के ताले बिक्री हेतु उपलब्ध है. जिसमें 50 से 70 रूपये मूल्यवाले तालों की बिक्री सर्वाधिक होती है. वहीं कुछ गिने-चुने लोग सौ से दो सौ रूपये मूल्यवाले ताले भी खरीदते है. इन्हीं सस्ते व हलके तालों को अपने घर के दरवाजों पर लगाकर लोगबाग बडे निश्चिंत होकर बाहरगांव चले जाते है. जब कि, इन तालों को तोडना और घरों को खोलना चोरोें के लिए बाये हाथ का खेल है. साथ ही यह भी पता लगा है कि, महंगे-महंगे घरों के डिजाईनर दरवाजों पर लगाये जानेवाले हैण्डल लॉक की गुणवत्ता के साथ भी लोगबाग कीमत देखकर समझौता कर लेते है. लेकिन इस तरह का समझौता आगे चलकर कभी बेहद महंगा भी साबित हो सकता है.
ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि, लोगबाग अपने घरों की सुरक्षा के साथ किसी तरह का कोई समझौता न करे और अपने घरों के लिए मजबूत ताले व गुणवत्तापूर्ण हैण्डल एवं कडी-कुंडी ही खरीदे, ताकि चोरोें व सेंधमारों द्वारा उनके घरों में आसानी के साथ चोरी व सेंधमारी न की जा सके.