* सेवा में समायोजित करने की मांग
अमरावती/ दि. 1-मनपा में संविदा अथवा ठेका पध्दति पर काम कर रहे कर्मियों को राज्य शासन के नियमानुसार आधा भी वेतन नहीं दिए जाने का आरोप राजेंद्रसिंह बघेल ने किया है. बघेल ने सूचना के अधिकार तहत कामगार उपायुक्त कार्यालय से स्थानीय स्वराज्य संस्था में कुशल, अर्धकुशल और अकुशल कामगारों का सरकार द्बारा तय वेतन का ब्यौरा प्राप्त किया है. जिसमें कुशल कामगार को 21525 रूपए, अकुशल को 19025 रूपए और अर्धकुशल को 20525 रूपए प्रतिमाह वेतन देना आवश्यक है. विशेष रूप से जून माह का यह वेतन तय होने की जानकारी कामगार उपायुक्त कार्यालय ने बघेल को दी है.
बघेल ने बताया कि मनपा में सैकडों ठेका कर्मी है. जिन्हें मात्र भत्ते के 7525 रूपए दिए जा रहे हैं और काम पूरा लिया जा रहा है. यह कर्मचारी अन्यायग्रस्त हैं. उनकी व्यथा दयनीय होने की बात भी बघेल ने कही. उन्होंने आरोप लगाया कि सिपाही, लिपिक, वाहन चालक, संगणक चालक के रूप में सैकडों लोग आधे वेतन में पूरे समय मनपा की हाजरी बजा रहे हैं, सेवाएं दे रहे हैं. इनमें महिलाएं भी हैं. युवतियों भी हैं. कुशल कामगार को 14 हजार और विशेष भत्ता 7525 ऐसा कुल 21525 रूपए वेतन दिया जाना चाहिए. हकीकत में ऐसा नहीं हो रहा. हर माह इन लोगों के लाखों रूपए और साल के करोडों रूपए चोरी होने का आरोप बघेल ने लगाया.