पुणे दि.10– सांसद अमोल कोल्हे ने एक भेंट वार्ता में स्पष्ट किया कि, वे आज अजीत दादा की बदौलत ही संसद सदस्य हैं. उन्होंने कुछ रोज पहले जयंत पाटिल को मुख्यमंत्री पद के योग्य बताया था. एक मुलाकात में उन्होंने खुलासा किया कि उनके बयान के गलत मतलब निकाले गए. कोल्हे ने कहा कि, शिरुर निर्वाचन क्षेत्र से लोगों के आशीर्वाद और अजीत दादा व्दारा चुनाव का अपनत्वपूर्ण नियोजन से ही वह सांसद बने थे. एक ओर मावल में उनका बेटा पार्थ पवार चुनाव लड रहा था. उतना ही ध्यान अजीत दादा ने शिरुर क्षेत्र में दिया. अन्यथा 22 दिनों में नए चेहरे का चुनाव जितना संभव नहीं था. यह वस्तुस्थिति होने का दावा भी कोल्हे ने किया. उन्होंने कहा कि, 2019 में उनका राकांपा प्रवेश और घडी निशानी पर संसद का चुनाव लडना सब प्लानिंग अजीत दादा का था.
राकांपा सांसद ने कहा कि, जयंत पाटिल के कार्यक्रम में गया था वहां भाषण में उन्होंने कहा था कि जयंत पाटिल आदर्श मुख्यमंत्री हो सकते हैं. मेरे बयान का अलग अर्थ निकाला गया. कोल्हे ने कहा कि अजीत दादा से उनके बहुत अच्छे संबंध है. दादा कि प्रशासन पर कमांड है. पिंपडी चिंचवड शहर पर प्रेम है. शिव सुराज्य यात्रा दौरान दादा का बडा साथ मिला.