संघर्ष यात्रा के चलते कर रहे जिले का दौरा
अमरावती /दि.4- राष्ट्रवादी कॉग्रेस पार्टी के सर्वेसर्वा शरदचंद्र पवार का मै नातू रहने के बावजूद कभी भी पवार सरनेम का कोई गलत फायदा नहीं उठाया और आगे भी नहीं उठाऊगा. ऐसे वक्तव्य विधायक रोहित पवार ने एक सवाल के जवाब में पत्रकारों से कहे. वे युवा संघर्ष यात्रा के दौरान सोमवार को जिले के दौरे पर पहुंचे थे.
स्थानीय वॉलकट कम्पाऊंड स्थित मराठी पत्रकार भवन में विधायक रोहित पवार खुद के मुख्यमंत्री बनने को लेकर किए गए सवाल का जवाब देते हुए पत्रवार्ता में कहा कि मैं खुद ग्राम पंचायत सदस्य रह चुका हुं. उस वक्त में भी राष्ट्रवादी कॉग्रेस पार्टी की सत्ता थी. मैं चाहता तो बडा पद ले सकता था. किंतु मैनें कभी भी पवार सरनेम का लगत फायदा नहीं उठाया न आगे उठाऊगा. रोहित पवार ने पत्रवार्ता कहा कि जिले के पालकमंत्री को जिले की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है. वह जिले न किसानों के संपर्क में है न आम नागरिकों की समस्याओं को लेकर गंभीर है. हमने संघर्ष यात्रा के दौरान जिले के नांदगांव खंडेश्वर में लोगों के अनुरोध पर ग्रामीण अस्पताल का दौरा किया. वहां न तो कोई सुविधा है और नही मरिजों के लिए दवाईयां. दवाईयां है भी तो सारी की सारी एक्सपाईरी वाली दवाईयां देकर नागरिकों के स्वास्थ के साथ खिलवाड किया जा रहा है. पवार ने बताया कि संघर्ष यात्रा अभी तक 650 किमी चलकर जिले में पहुंची है. यहां से यात्रा वर्धा जिले के कुछ तहसीलों से होती हुई. 12 दिसंबर को नागपूर पहुंचेगी. जहां राष्ट्रवादी कॉग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद पवार की उपस्थिती में यात्रा का समापन होगा. मगर हमारी संघर्ष आगे भी जारी रहेगा. रोहित पवार ने कहा कि हमने जिले के किसानों की समस्याओं को यात्रा के दौरान सुना, एनएचएम कर्मचारियों व्दारा जारी काम बंद आंदोलनकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें काम पर लौटने का आवाहन किया. वही यात्रा दौरान कई विद्यार्थी भी मिलने जिन्होनें हमसे मांग की है कि शालाओं को बंद होने से रोका जाए. राज्य के कई जिलों में एमआईडीसी नहीं है. है भी तो वहां के उद्योजकों के लि अच्छी सुविधा नहीं है. इन सारी समस्याओं को हम अधिवेशन के दौरान उठाएगे. यात्रा पश्चात आगे की रणतिनी तैयार की जाएगी. हमारी युवा संघर्ष यात्रा को नागरिकों का भारी प्रतिसाद मिल रहा है. यह यात्रा राजनिती न होकर नागरिकों के हित के लिए है. इसीलिए इसको अन्य पार्टियों के नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है. पत्रवार्ता में विधायक रोहित पवार के साथ वेद प्रकाश आर्य, शहर अध्यक्ष हेमंत देशमुख, रोहित पाटील, गणेश राय, संगीता ठाकरे, विनेश अडतिया, वर्षा गतफणे, राज चिचमलातपुरे, विकास गावंडे, कल्पना वानखडे आदि उपस्थित थे.
जिले में फसल का भारी नुकसान
अचानक आई बारिश के बाद जिले के कई तहसिलों में किसानों की फसलों का काफी नुकसान हुआ है. तुअर की फसलों पर किडे लग रहे है. चना काला पड गया है. मगर जिले के पालकमंत्री व उपमुख्यमंत्री को इसके कोई लेना देना नहीं है.किसानों की फसलों को भाव नहीं मिल रहा है. 5 हजार प्रोत्साहन राशि जो मिलती है, वह कई किसानों को अभी तक नहीं मिली है. हम सिर्फ यह चाहते है कि राज्य सरकार का ध्यान किसानों सहित आमनागरिकों की समस्या पर जाए.
एमपी ने भाजपा जीती नहीं बल्कि सिंधिया की हुई हार
एक सवाल का जवाब देते हुए विधायक रोहित पवार ने कहा कि भले ही 5 राज्यों की पेक्षा भाजपा ने मध्यप्रदेश सहित 4 राज्यों में जीत हासील की हो मगर यहां भले ही भाजपा जीत गई है. मगर सही अर्थो में ज्योतिराव सिंधिया की हार हुई है. ऐसा ही हाल महाराष्ट्र में होने वाला है. जिन्होने अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा को चुना उनका हाल बहुत बुरा होने वाला है.
सच्ची राष्ट्रवादी शरद पवार की
विधायक रोहित पवार ने कहा कि भले ही कोई कुछ बोले, दावे ठोके मगर सच्ची राष्ट्रवादी कॉग्रेस पार्टी जो है वह शरद पवार की है.
दिसंबर,जनवरी में होगी स्थिती स्पष्ट
वही 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर रोहित पवार ने कहा कि अमरावती सीट पर राष्ट्रवादी कॉग्रेस पार्टी का ही दावा है. इसके लिए पार्टी के वरिष्ट नेताओं की बैठक के बाद इसकी सही स्थिती दिसंबर महिने के आखरी या जनवरी के शुरुवाती सप्ताह में स्पष्ट हो जाएगी.
किसी भी आरक्षण के लिए केंद्र का हस्तक्षेप जरुरी
विधायक पवार ने कहा कि चाहे मराठा हो या लिंगायत या मुस्लिम आरक्षण इन सब के लिए केंद्र का हस्तक्षेप आवश्यक है. हम सिर्फ राज्य की चर्चा करते है. जबकि केंद्र से भी चर्चा करनी चाहिए. जब तक आरक्षण बढा कर नहीं दिय जाता है. तब तक सर्वसामान्य को न्याय नहीं मिलता.