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शहर के एक निजी कोविड अस्पताल पर उठाया आक्षेप
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सरकारी कोविड टेस्ट लैब को भी लिया लपेटे में
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अब तक आरोप को लेकर कोई अधिकारिक दस्तावेज नहीं किया पेश
अमरावती प्रतिनिधि/ दि. 23 – गत रोज जिला परिषद की आमसभा के दौरान जिप सदस्य प्रकाश साबले ने यह कहकर सनसनी मचा दी थी कि अमरावती में कई सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों ने फर्जी तरीके से कोविड पॉजीटिव रिपोर्ट हासिल करते हुए 14-15 दिनों के सवैतनिक अवकाश तथा कोविड बीमा राशि का लाभ लिया है. इस बारे में संपर्क किए जाने पर प्रकाश साबले ने बताया कि वे आगामी एक दो दिन में प्रशासन को इस बारे में सारे दस्तावेज बतौर सबूत पेश करेंगे.
इस पूरे मामले को लेकर दैनिक अमरावती मंडल के साथ बातचीत करते हुए जिप सदस्य प्रकाश साबले ने कहा कि इन दिनों कई सरकारी अधिकारी व कर्मचारी कोरोना पॉजीटिव पाये जा रहे हैं. इस बारे में उन्हें पता चला है कि इन लोगों की रिपोर्ट जानबूझकर पॉजीटिव दी जा रही है. अगर इन लोगों की रिपोर्ट निगेटीव भी होती है, तो भी सरकारी व निजी कोविड टेस्ट लैब में इनकी रिपोर्ट पॉजीटिव दी जाती है. जिसके बाद ये लोग आयसोलेशन के नाम पर 14-15 दिनों का सवैतनिक अवकाश ले लेते हैं. साथ ही सभी सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के पास कोविड बीमा पॉलिसी भी होती है, जिसका क्लेम करने के बाद उन्हें कोविड बीमा की राशि का लाभ भी मिलता है. साबले के मुताबिक खुद उन्हें भी एक निजी कोविड अस्पताल से इस बारे में बाकायदा ऑफर मिली थी. लेकिन साबले ने फिलहाल उस अस्पताल व डॉक्टर का नाम बताने से इंकार कर दिया है. साबले के मुताबिक उनके पास इस फर्जीवाड़े से संबंधित कई दस्तावेज उपलब्ध हैं, जिन्हें वे आगामी एक-दो दिन में जिला स्वास्थ्य विभाग के सुपुर्द करेंगे. साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी इस बारे में राज्य के स्वास्थ्य उपसचिव तथा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले से भी बात हुई है. इस बातचीत के दौरान साबले ने कहा कि शहर में कुछ निजी बीमा कंपनियों ने कोरोना सुरक्षा कवच पॉलिसी विक्री हेतु उपलब्ध कराई थी, साथ ही कई निजी व राष्ट्रीयकृत बैंकों ने भी अपने खाताधारकों के बैंक खातों को कोरोना बीमा पॉलिसी के साथ जोड़ा था. ऐसी पॉलिसियां रहनेवाले लोगों ने मौका का फायदा उठाने व आर्थिक लाभ प्राप्त करने हेतु जमकर फर्जीवाडा किया है, जिसमें बीमा कंपनी के लोगों सहित शहर के कुछ डॉक्टरों व कोविड टेस्ट लैब के लोगों का समावेश है. वे इस संदर्भ में जल्द ही पुरा खुलासा करेंगे. साथ ही साबले ने कहा कि ऐसे फर्जी तरीकों की वजह से अमरावती में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी हुई दिख रही है, जिसके चलते पूरे देश में अमरावती का नाम खराब हुआ है, साथ ही इन्हीं आंकडों की वजह से अमरावती में दोबारा लॉकडाऊन लगाने की नौबत आई है. जिसकी वजह से आम लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है.
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मामले की सघन जांच कराई जायेगी
वहीं इस संदर्भ में जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख ने कहा कि आमसभा के दौरान जिप सदस्य प्रकाश साबले द्वारा उठाये गये मसले को बेहद गंभीरता से लिया गया है. साथ ही जिप प्रशासन को मामले की सघन जांच करने हेतु आदेश दिया गया है. जांच के बादइस पूरे मामले की सच्चाई सामने आयेगी. जांच के दौरान इससे पहले कोरोना संक्रमित पाये गये कई लोगों की दोबारा कोविड टेस्ट भी करवाई जायेगी.
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दो दिन में सारे सबूत देने कहा है
इस बारे में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर जिप सीईओ अमोल येडगे ने कहा कि इस समय तक जिप सदस्य प्रकाश साबले ने अपने आरोपों के संदर्भ में लिखिथ तौर पर कोई शिकायत अथवा दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया है. ऐसे में हमने उनसे कहा है कि वे आगामी दो दिन के भीतर जिला स्वास्थ्य अधिकारी के पास तमाम जरूरी दस्तावेज व सबूत पेश करें, ताकि मामले में आवश्यक जांच व कार्रवाई की जा सके.