अमरावतीमुख्य समाचार

लॉकडाउन में दुकाने खोली, तो कडी कार्रवाई करूंगा

  •  जिलाधीश नवाल ने साफ शब्दोें में चेताया व्यापारियों को

  •  बोले : लॉकडाउन के बाद भी चरणबध्द ढंग से खुलेगा शहर

  •  प्रशासन कर रहा तमाम पर्यायों पर विचार, व्यापारी भी दें सुझाव

  •  प्रतिबंधात्मक आदेशों का उल्लंघन करना पड सकता है महंगा

अमरावती/प्रतिनिधि दि.1 – विगत दो-तीन दिनों से कुछ व्यापारी नेताओं द्वारा जिले में चल रहे लॉकडाउन का विरोध करते हुए शहर के तमाम व्यापाारियों को प्रशासन एवं लॉकडाउन के खिलाफ लामबंद किया जा रहा है. इस बात को बेहद गंभीरता से लेते हुए जिलाधीश नवाल ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी जारी की है कि यदि अत्यावश्यक वस्तुओं व सेवाओें के अलावा किसी भी व्यक्ति द्वारा लॉकडाउन व प्रतिबंधात्मक आदेशों का उल्लंघन करते हुए अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान खोले जाते है, तो संबंधितों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कडी कार्रवाई की जायेगी. यह बात सभी ने ध्यान में रखनी चाहिए. साथ ही उन्होेंने कहा कि 8 मार्च के बाद अनलॉक की प्रक्रिया के तहत शहर के व्यापार-व्यवसाय को चरणबध्द ढंग से खोला जायेगा. जिसके लिए तमाम पर्यायोें पर विचार-विमर्श किया जा रहा है और इस बारे में सभी व्यापारिक संगठनोें से भी आवश्यक सुझाव लिये जा रहे है.
बता दें कि, जिले में कोरोना संक्रमण की अनियंत्रित रफ्तार को देखते हुए जिलाधीश शैलेश नवाल ने अमरावती व अचलपुर सहित अंजनगांव तहसील क्षेत्र में आगामी 8 मार्च तक लॉकडाउन घोषित किया है. जिसका स्थानीय व्यापारियोें द्वारा पुरजोर विरोध किया जा रहा है. करीब एक वर्ष से लॉकडाउन व अनलॉक के तहत विभिन्न तरह के प्रतिबंधों का सामना कर रहे व्यापारियों का कहना है कि, प्रशासन द्वारा लिये जा रहे फैसलों की वजह से उनकी आर्थिक व मानसिक स्थिति डावाडौल हो रही है. ऐसे में लॉकडाउन को आगे न बढाया जाये और शहर के व्यापार-व्यवसाय को खुलने की अनुमति दी जाये. इस पर प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि, आगामी 8 मार्च तक तो व्यापार-व्यवसाय खुलने का सवाल ही नहीं उठता, बल्कि 8 मार्च के बाद भी शहर के व्यापार-व्यवसाय को चरणबध्द ढंग से खोला जायेगा.
बता देें कि, अमरावती शहर में महानगर चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड ट्रेडस् को व्यापारियों का सबसे बडा संगठन माना जाता है. जिसका नेतृत्व इस समय सुरेश जैन द्वारा किया जा रहा है. इसके अलावा चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज का भी व्यापारियोें पर अच्छाखासा प्रभाव है और चेंबर के अध्यक्ष विनोद कलंत्री भी व्यापारी हितों को लेकर फ्रंट फूट पर दिखाई देते है. गत रोज इन दोनोें संगठनों के नेतृत्व में कई व्यापारी प्रतिनिधियों ने लॉकडाउन खत्म कर शहर में व्यापार-व्यवसाय ेशुरू किये जाने को लेकर जिलाधीश शैलेश नवाल से चर्चा की. इस चर्चा के दौरान जिलाधीश नवाल ने साफ तौर पर कहा कि, आगामी 8 मार्च तक तो किसी भी तरह की छूट देने का कोई सवाल ही नहीं उठता. अलबत्ता 8 मार्च के बाद शहर का व्यापार-व्यवसाय किस तरह से खोला जायेगा, इसे लेकर प्रशासन द्वारा सभी व्यापारिक संगठनों के साथ विचार-विमर्श किया जा सकता है. संभावना जतायी जा रही है कि प्रशासन द्वारा लॉकडाउन पश्चात शहर को एकदम से नहीं खोला जायेगा. बल्कि संभवत: शहर को 6 अलग-अलग झोन में विभाजीत करते हुए अलग-अलग झोन को खोलने के अलग-अलग समय दिये जायेंगे, या फिर पिछले अनलॉक की तरह ऑड-ईवन की व्यवस्था पर भी विचार किया जा सकता है. इसके साथ ही एक समय में एक दुकान के भीतर अधिकतम कितने ग्राहक उपस्थित रह सकेंगे, इसे लेकर भी प्रशासन द्वारा आवश्यक निर्देश दिये जा सकते है. साथ ही जिलाधीश द्वारा साफ शब्दों में कहा गया कि, 8 मार्च से पहले यदि किसी ने भी लॉकडाउन के नियमों व निर्देशों का उल्लंघन किया तो संबंधितों के खिलाफ कडी से कडी कानूनी व दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.
ज्ञात रहे कि, शहर सहित जिले में विगत एक वर्ष के दौरान कोरोना को लेकर हालात दो बार अनियंत्रित व विस्फोटक हुए है. जिसकी वजह से लॉकडाउन लगाने की नौबत आन पडी है. इस समय भले ही व्यापारियोें सहित आम लोगबाग इस लॉकडाउन से बेहद परेशान दिखाई दे रहे है, और लॉकडाउन का विरोध कर रहे है. किंतु महानगर चेंबर सहित चेेंबर ऑॅफ कॉमर्स को चाहिए कि लॉकडाउन का सीधे विरोध करने की बजाय वे प्रशासन को अपनी ओर से कोई ठोस उपाय सुझाये. ताकि व्यापार-व्यवसाय खुलने के बाद भी शहर में एकदम से भीडभाड की स्थिति उत्पन्न न हो. बता दें कि, इससे पहले भी अनलॉक की प्रक्रिया को शुरू करते समय शहर के बाजारोें में अचानक ही जबर्दस्त भीडभाड का माहौल पैदा हो गया था और लोगबाग कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाओं को लेकर काफी हद तक लापरवाह हो गये थे. जिसकी वजह से हालात दोबारा अनियंत्रित होते चले गये.
ऐसे में अब यह सभी लोगों की सामूहिक व साझा जिम्मेदारी बनती है कि हर कोई इस समस्या का समाधान खोजने का प्रयास करे. साथ ही कोरोना संक्रमण की चेन को तोडने हेतु फिलहाल लॉकडाउन का कडाई के साथ पालन किया जाये और लॉकडाउन का विरोध करते हुए नाहक ही प्रशासन की समस्याएं बढाने की बजाय प्रशासन को ठोस स्वरूप के अन्य पर्याय सुझाये जाये, ताकि आपस में मिलजुलकर इस समस्या का समाधान खोजा जा सके..
मेन बॉक्स फ्रंट पेज लेना है

  • ‘उन’ 12 व्यापारियोें के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत अपराध दर्ज

बता देें कि, गत रोज शहर के कुछ व्यापारिक नेताओं ने लॉकडाउन के खिलाफ लामबंद होते हुए रामपुरी कैम्प परिसर स्थित साई हॉल में व्यापारियों की एक बैठक बुलायी थी. जिसमें लॉकडाउन का विरोध करते हुए प्रशासन के दिशानिर्देशों का खुलकर उल्लंघन करने की बात कही गयी. हालांकि इस बैठक का कोई खास नतीजा तो नहीं निकल पाया, लेकिन इस बैठक का आयोजन करनेवाले करीब 12 व्यापारियों के खिलाफ महामारी प्रतिबंधक अधिनियम एवं आपत्ति व्यवस्थापन अधिनियम का उल्लंघन करने को लेकर धारा 188, 269, 270 व 271 जैसी संगीन धाराओं के तहत गाडगेनगर पुलिस स्टेशन में अपराध दर्ज किया गया. ज्ञात रहे कि, जिले में आगामी 8 मार्च तक लॉकडाउन जारी रहने के साथ-साथ संचारबंदी अधिनियम भी लागू किया गया है. जिसके तहत किसी भी स्थान पर एक समय में 5 से अधिक लोगों को इकठ्ठा होने पर पाबंदी है. साथ ही किसी भी तरह के सभा व सम्मेलन के आयोजन को अनुमति नहीं दी जा रही. इसके बावजूद कुछ व्यापारियोें द्वारा किसी भी तरह की अनुमति निकाले बिना यह आयोजन किया गया था. जिसके चलते प्रशासन द्वारा संबंधित व्यापारी नेताओें के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है.

Related Articles

Back to top button