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आईएएस युवती का दावा निकला झूठा

  •  युपीएससी की परीक्षा में नहीं हुई थी उत्तीर्ण

  •  झूठी खबर फैलाकर जमकर लूटी वाहवाही

  •  पालकमंत्री ने भी झांसे में आकर कर दिया था सत्कार

अमरावती/प्रतिनिधि दि.8 – जिले की तिवसा तहसील अंतर्गत तलेगांव जैसे बेहद छोटे से ग्रामीण इलाके में रहनेवाली एक युवती द्वारा युपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर लिये जाने की खबर दो दिन पहले एक खबर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी. जिसके बाद एक गरीब किसान की बेटी और एक दिहाडी मजदूर की पत्नी द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण कर जिलाधीश बन जाने की खबर पूरे जिले में आग की तरह फैली थी और लोगबाग माधुरी खोब्रागडे (गजभिये) नामक युवती जमकर तारीफे करने लगे थे. साथ ही जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने भी तलेगांव ठाकुर जाकर इस युवती का उसके घर पर सत्कार किया और उसे इस उपलब्धि के लिए बधाई दी. लेकिन अब पता चला रहा है कि, माधुरी गजभिये द्वारा युपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण किये जाने के संदर्भ में किया गया दावा पूरी तरह से गलत और झूठा है. जिसके बाद एक दिन पूर्व तक समूचे जिले से जबर्दस्त तारीफे प्राप्त करनेवाली इस युवती की अब चहुंओर भारी किरकिरी हो रही है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक तलेगांव ठाकुर गांव निवासी माधुरी गजभिये ने दो दिन पहले दावा किया कि, उसने वर्ष 2019 में केंद्रीय लोकसेवा आयोग की परीक्षा दी थी. जिसकी मुख्य परीक्षा का परिणाम हाल ही में घोषित हुआ है और उसने इस परीक्षा में समूचे देश से 214 वां स्थान हासिल किया है. इस दावे के साथ ही माधुरी खोब्रागडे ने सोशल मीडिया पर युपीएससी परीक्षा परिणामों की लिस्ट का स्क्रीन शॉट भी पोस्ट किया था. जिसमें उसका नाम 214 वें स्थान पर लिखा दिखाई दे रहा था. जिसके बाद हर किसी ने तेजी से वायरल होती इस खबर पर विश्वास करते हुए सोशल मीडिया पर इस युवती का अभिनंदन करना शुरू किया. साथ ही तलेगांव ठाकुर गांव में भी जश्न का माहौल दिखाई दिया और गांववासियों ने इस युवती का अभिनंदन करने हेतु बैनर- पोस्टर्स लगाने की तैयारियां कर ली. इसके साथ ही अपने निर्वाचन क्षेत्र की युवती द्वारा आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण किये जाने की जानकारी मिलते ही राज्य की कैबिनेट मंत्री व जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने भी तलेगांव ठाकुर गांव जाकर इस युवती से उसके घर पर भेट की और उसका अभिनंदन किया. साथ ही तलेगांव में उसके नाम से ग्रंथालय शुरू करने की घोषणा भी कर डाली.
लेकिन इसके बाद शनिवार की दोपहर तक एक नई जानकारी सामने आयी, जिसके मुताबिक वर्ष 2019 में हुई युपीएससी की परीक्षा में 214 वें स्थान पर औरंगाबाद निवासी सुमित राजेश महाजन नामक परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुआ है और उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की सुची में कहीं पर भी माधुरी गजभिये का नाम ही नहीं है. ऐसे में काफी समय तक जबर्दस्त संभ्रम की स्थिति रही. वहीं बाद में गांववासियों सहित क्षेत्र के कुछ मीडिया कर्मियों द्वारा की गई पूछताछ के बाद माधुरी गजभिये ने टालमटोलवाले जवाब देने शुरू किये. साथ ही उसने खुद के सीए यानी चार्टर्ड अकाउंटंट उत्तीर्ण रहने का भी दावा कथित तौर पर कर डाला, जबकि उसके सीए उत्तीर्ण रहने का कोई दस्तावेज वह पेश नहीं कर पायी. ऐसे में सवाल इस बात को लेकर भी उठाये जा रहे है कि, माधुरी गजभिये (खोब्रागडे) ने कभी युपीएससी की परीक्षा दी भी है अथवा नहीं, इसकी भी जांच होनी चाहिए.

माधुरी गजभिये ‘नॉट रिचेबल’

प्रस्तुत प्रतिनिधि द्वारा सोमवार को माधुरी गजभिये का मोबाईल नंबर हासिल करते हुए पूरा दिन उससे संपर्क करने का प्रयास किया गया. किंतु माधुरी गजभिये का मोबाईल लगातार ‘नॉट रिचेबल’ व आउट ऑफ कवरेज बता रहा था. वहीं यह भी पता चला कि, पिछले दो दिनों से माधुरी गजभिये व उसके परिजन तलेगांव ठाकुर गांव छोडकर कहीं और चले गये है तथा गांव का भी कोई व्यक्ति उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा है. दो दिन पहले तक गांव में जिस माधुरी गजभिये को लेकर गर्व और खुशी की लहर देखी जा रही थी, आज उसी गांव में काफी हद तक क्षोभ व्याप्त हैेेेेेे, क्योंकि इस गांव की चारों ओर जमकर किरकिरी हुई है.

 

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 मामले की जांच होना जरूरी

मुझे लगता है माधुरी गजभिये किसी गलतफहमी या किसी मजाक अथवा साजीश का शिकार हो गयी. संभवत: उसे किसी ने युपीएससी परीक्षा परिणाम के बारे में गलत जानकारी दी. ऐसे में उसने खुद पुलिस में शिकायत दर्ज करानी चाहिए. ेदो दिन पहले मुझे किसी ने बताया था कि मेरे ही गांव व निर्वाचन क्षेत्र के सर्वसामान्य परिवार की युवती ने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा उत्तीर्ण की है, तो मैने उसके घर जाकर उसका सत्कार किया, इसमें गलत तो कुछ नहीं.
– एड. यशोमति ठाकुर
महिला व बालविकास मंत्री, महाराष्ट्र राज्य

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