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तू ठाकरे है तो मैं राणा हूं…., कितनी ताकत है….

नवनीत ने फिर ललकारा

* शिवसेना ने भी दिया तगडा जवाब
जलगांव/दि.6 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर नहीं थी, तब से हम मोदी भक्त हैं. हनुमान भक्त हैं. हमारी भक्ति को चैलेंज नहीं देना. इस आशय में सांसद नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे का एकेरी उल्लेख कर उन्हें भक्ति की चुनौती दी. वे सोमवार शाम जलगांव के गणेश मंडल कार्यक्रम में बोल रही थी. उनके बयान पर शिवसेना ने भी पलटवार किया हैं. सेना की प्रवक्ता संजना घाडी ने जवाब में कहा कि, नवनीत राणा जबान संभालकर बात करें, आप एक सी-ग्रेड फिल्म में काम करने वाली हिरोइन हैं. एक विधायक आप पर फिदा हो गया और आपका राजनीति मेें गलती से प्रवेश हो गया.
* राणा ने दिया चैलेंज
जलगांव गणेश मंडल के कार्यक्रम में बोलते हुए नवनीत राणा ने हनुमान चालीसा आंदोलन का पूरा किस्सा उपस्थितों को बतलाया. उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्बारा हनुमान चालीसा का पाठ कैसे रोका गया और उस पर अपनी ‘भक्ति’ से कैसे मात की. इसका वर्णन नवनीत राणा ने किया. वे रौ में बोली कि-तू ठाकरे है तो मैं भी राणा हूं, मुंबई की बेटी और विदर्भ की बहू हूं, …. देखते है किसमें कितनी ताकत हैं…. ऐसी चुनौती देते हुए राणा ने कहा कि, उन्होंने हनुमान चालीसा का आग्रह रहने का दावा भी किया.
* हनुमान चालीसा का हठ क्यों?
हनुमान चालीसा की जिद करने के बारे में सांसद राणा ने स्पष्ट किया कि, महाराष्ट्र की तरक्की के लिए, संकट दूर करने के लिए मुख्यमंत्री द्बारा हनुमान चालीसा का पाठ करने की विनती उन्होंने की थी. राणा ने कहा कि, पद और उम्र में उनसे बडे होने के कारण उन्होंने मुख्यमंत्री से हाथ जोडकर हनुमान चालीसा पढने का आग्रह किया था. उन्होंने नहीं किया. इसलिए हमने हनुमान चालीसा करने का निर्णय किया. किंतु उद्धव ठाकरे ने धमकी दी. जिन पैरों से आये हो, उन पैरों से वापस नहीं जा सकोंगे.
* राणा ने भी ललकारा
नवनीत राणा ने बताया कि, उद्धव ठाकरे के ललकारने के बाद उन्होंने भी चैलेंज स्वीकार किया और कहा कि, इतनी कमजोर नहीं हूं. …. तू शिवसेना वाला हैं, तू उद्धव ठाकरे हैं, तो मैं भी राणा हूं…..मैं विदर्भ की बहू हूं, तुम्हारे में कितनी ताकत हैं…..और मुझमें कितनी…..आमना-सामना हो ही जाएगा…..वो किया भी सर हमने…..
* आंदोलन नहीं फिर भी कार्रवाई
राणा ने कहा कि, जिस दिन देश के प्रधानमंत्री मुंबई आने वाले थे, उसके पहले दिन हमने आंदोलन पीछे ले लिया था. नाहक कार्यक्रमों में आंदोलन का खलल न पडे. दोपहर 3 बजे हमने पत्रकार परिषद में आंदोलन पीछे लेने की घोषणा कर दी. बावजूद इसके उद्धव ठाकरे ने पावर का इस्तेमाल कर जो करना था, किया.
* ऐसे दिखाई ताकत
उन्होंने हनुमान चालीसा का विरोध किया. हमें जेल में डाला. हमने जेल में 12-12 घंटे चालीसा पढी. उन्हें लगा कि, महिला को जेल में डाल देंगे, तो कुछ नहीं बोलेगी. किंतु मैंने भक्ति की ताकत दिखला दी. उनके घर में कार्यकर्ता भी नहीं बचे. ऐसे तीखे शब्द कहें. नवनीत राणा ने कहा कि, हम मोदी भक्त हैं. मोदी अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि देश के लोगों के लिए निर्णय कर रहे हैं. इसलिए हम गर्व से कहते हैं कि, हम मोदी भक्त हैं. राणा ने मुंबई मनपा चुनाव में उद्धव ठाकरे का सर्वनाश होने का भी वक्तत्व किया.

* सेना ने बताया शूर्पणखा, उस समय सी-ग्रेड फिल्म कर रही थी
शिवसेना की प्रवक्ता संजना घाडी ने सांसद राणा को जोरदार जवाब दिया और कहा कि, नवनीत राणा जबान संभालकर बात करें. वे सी-ग्रेड फिल्म में काम करने वाली अभिनेत्री मात्र थी. एक विधायक उन पर लट्टू हो गया और राजनीति में गलती से दाखिल हो गई. घाडी ने कहा कि, मुंबई मनपा चुनाव में उद्धव ठाकरे के सर्वनाश का वक्तत्व राणा का खोखली प्रसिद्धि पाने का प्रयत्न हैं. घाडी ने कहा कि, राणा ने स्तर छोडकर ठाकरे पर टिपण्णी की हैं. शिवसेना को ऐसी शूर्पणखा से निपटना आता हैं.
* बालासाहब ने दी थी नमाज की इजाजत
घाडी ने बताया कि, मातोश्री पर माननीय बालासाहब ठाकरे ने मुस्लिम परिवार को नमाज का वक्त हो जाने पर नमाज अता करने की अनुमति दी थी. उन्होंने ने भी बालासाहब की उपस्थिति में नमाज अता की थी. खुद को मुंबई की बेटी बताने वाली नवनीत राणा को यह पता होना चाहिए. घाडी ने ताना मारा कि, कदाचित उस समय मुंबई की यह बेटी सी-ग्रेड फिल्म करने में बीझी थी. घाडी ने कहा कि, हनुमान चालीसा से नवनीत राणा को कोई संबंध नहीं हैं. एक मुलाकात में नवनीत राणा हनुमान को हनुमान क्यों कहते हैं, यह बता नहीं सकी थी. उन्होंने कहा कि, जिस महिला को लाखों शिवसैनिकों के श्रद्धास्थान मातोश्री, मंदिर और मस्जिद का फर्क नहीं मालूम, उससे और कैसा व्यवहार हो सकता था.
* कमलाबाई की सुपारी
घाडी ने कहा कि, नवनीत राणा सिर्फ कमलाबाई से मिली ‘सुपारी’ को पूरा कर रही हैं. यह महाराष्ट्र और मुंबई को अच्छी तरह समझमें आ गया हैं. शिवसेना में कार्यकर्ता नहीं रहने के बारे में घाडी ने कहा कि, कौएं के श्राप से गाय नहीं मरती. ऐसी अनेक शूर्पणखा आंग पर आयी हैं. शिवसेना उनकी नाक कांटकर आगे बढेगी.

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