सिंचाई के अधूरे काम तत्काल पूर्ण करें
जलसंपदा मंत्री जयंत पाटिल के अधिकारियों को आदेश
अमरावती प्रतिनिधि/दि.४ – जिले के सिंचाई प्रकल्पों के प्रलंबित काम तेजी से पूर्ण करने के निर्देश जलसंपदा व लाभ क्षेत्र विकास मंत्री जयंत पाटिल ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिए.
जलसंपदा मंत्री की अध्यक्षता में जिले के सिंचाई कामों बाबत बैठक, विदर्भ सिंचाई विकास महामंडल के कार्यालय में हुई. इस समय वे बोल रहे थे. बैठक में विधायक सुलभाताई खोडके, विधायक बलवंतराव वानखडे, पूर्व विधायक विरेंद्र जगताप, श्री शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, राष्ट्रवादी कांगे्रस के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके, विभागीय सिंचाई विकास महामंडल नागपुर के कार्यकारी संचालक राजेंद्र मोहिते, जल संपदा विभाग के मुख्य अभियंता अनिल बहादुरे, विशेष प्रकल्प अधिकारी आशिष देवगडे, उर्ध्व वर्धा सिंचाई महामंडल के अधिक्षक अभियंता रश्मी देशमुख आदि उपस्थित थे.
जलसंपदा मंत्री जयंत पाटिल ने सिंचाई प्रकल्प, पुनर्वसन आदि विविध मुद्दों की समीक्षा की. दर्यापुर स्थित चंद्रभागा बैरेज प्रकल्प से बाधित हुए 73 परिवारों का पुनर्वसन प्राथमिकता से करने, मोर्शी स्थित निम्म चारगड लघु सिंचाई प्रकल्प अंतर्गत खोपडा व बोबडा गांव का पुनर्वसन करने बाबत के प्रस्ताव की कार्रवाई पूर्ण करें. सिचांई प्रकल्प पूर्णत्व की ओर ले जाते समय भूसंपादन के विविध मामले तत्काल निपटाने के निर्देश उन्होंने दिये.
जिले में बलिराजा जल संजीवनी योजना अंतर्गत 18 लघु प्रकल्पों का समावेश किया गया है. इन प्रकल्पों की पुर्तता के लिए 2 हजार 115 करोड रुपए की संशोधित प्रशासकीय मंजूरी दी गई है. वर्ष निहाय आर्थिक नियोजन से प्रकल्प पूर्ण करना चाहिए, मार्च 2020 तक अधिकांश काम पूर्ण किये गए है. इस तरह की जानकारी संबंधित अधिकारी ने दी है. जिले के यह अपूर्ण सिंचाई प्रकल्प पूर्ण कर सिंचाई क्षेत्र में वृध्दि करने की बात पाटिल ने कही. विभाग के भगाडी, करजगांव, बारलिंगा, पाक नदी, सोनगांव, वाघाडी, सामदा, चंद्रभागा बैरेज, रायगड, बोरनदी, टाकली कलान, निम्न टाकली, निम्म चारगड, भिमडी, झटामझिरी, आमपाटी, चांदी नदी, टिमटाला आदि प्रकल्पों के काम पूर्ण कर सिंचाई क्षमता का उद्देश्य पूर्ण करें, इस तरह के निर्देश उन्होंने दिये. बलिराजा जलसंजीवनी योजना अंतर्गत आने वाले 18 प्रकल्पों, वरुड स्थित पाकनदी प्रकल्प, भिमडी नदी प्रकल्प, दर्यापुर स्थित सामदा नदी प्रकल्प, निम्न पेढी प्रकल्प के वर्तमान स्थिति की समीक्षा की .