एमपीएससी के कामकाज में सुधार लाये
पत्रकार परिषद में निलेश विश्वकर्मा ने दी चेतावनी
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१९ – महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग के कामकाज में काफी लापरवाही देखने को मिल रही है. इसलिए जल्द से जल्द एमपीएससी प्रबंधन ने अपने कामकाज में सुधार करना चाहिए. अन्यथा वंचित बहुजन युवा आघाडी की ओर से राज्यभर में आंदोलन किया जायेगा. यहीं नहीं तो महाराष्ट्र पब्लिक सर्विस कमिशन का नाम महाराष्ट्र पब्लिक सर्विस स्कैम कमिशन करने की चेतावनी युवा आघाडी प्रदेशाध्यक्ष निलेश विश्वकर्मा ने पत्रकार परिषद में दी.
जिला मराठी पत्रकार भवन में आयोजीत पत्र परिषद में वंचित बहुजन युवा आघाडी के प्रदेशाध्यक्ष निलेश विश्वकर्मा ने कहा कि, महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग के माध्यम से अलग-अलग सेवाओं और पदों के लिए स्पर्धा परीक्षा लेकर उम्मीदवारों का चयन किया जाता है, लेकिन एमपीएससी का कामकाज काफी लचर होता जा रहा है. वर्ष 2014-15 से 2019-20 में केवल 27 हजार 664 पद ही एमपीएससी ने भरे है. वर्ष 2019 में राज्यसेवा परीक्षा में उत्तीर्ण 420 उम्मीदवारों की नियुक्तियां भी नहीं की गई है. भारतीय डाक विभाग में 233 जगह रिक्त है. ज्युनियर इंजिनियर की 3 हजार से अधिक जगह रिक्त है. पीडब्ल्यूडी अंतर्गत 250 से 300 जगह रिक्त है. लातूर, नागपुर, पुणे, ठाणे, अमरावती, औरंगाबाद, नासिक, कोल्हापुर में 1416 कृषि सेवकों के पद रिक्त है. नगर रचना विभाग में लगभग 341 पद रिक्त है. भारी संख्या में पद रिक्त रहने पर भी एमपीएससी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है.
पत्र परिषद में निलेश विश्वकर्मा ने कहा कि, सभी परीक्षाएं एमपीएससी के मार्फत ही ली जाये. लेकिन उसमें कोई भी गडबडी न हो, इसका ख्याल रखा जाये. फर्जी व नकली खेल प्रमाणपत्रों का उपयोग किया जा रहा है. राज्य में केवल निर्धारित खेलों की ही जांच-पडताल की जा रही है. खिलाडी के रूप में आरक्षण का लाभ लेनेवाले सभी खिलाडियों की जांच की जाये. एमपीएससी की पुरानी वेटिंगलिस्ट कोरोना के चलते रद्द कर दी गई है. वह पूर्ववत कर तत्काल नियुक्तियों का निर्णय लिया जाये, आरटीओ, बिक्री कर परीक्षा और नियुक्तियां प्रभावित होने से उस पर भी तत्काल निर्णय लिया जाये. राज्यसेवा और रेल्वे परीक्षा का समय व तिथी एक साथ आने से बेरोजगार छात्रों को किसी एक परीक्षा से वंचित रहना पडेगा. इसलिए एमपीएससी की सुधारित तिथी घोषित कर गडबडी करनेवाले अधिकारियों पर कार्रवाई करे. महापोर्टल घोटाले की जांच की जाये, सहित अन्य मांगे की गई. अन्यथा सडक पर उतरकर आंदोलन करने तथा इस दौरान एमपीएससी का नाम महाराष्ट्र पब्लिक सर्विस स्कैम कमिशन करने की चेतावनी निलेश विश्वकर्मा ने दी है.
इस पत्र परिषद में राजेंद्र पातोडे, निशा शेंडे, अलीम पटेल, सिध्दार्थ गायकवाड, शैलेश गवई, विद्या वानखडे मौजूद थे.